शिवभक्ति का ज्वार एक बार फिर उमड़ पड़ा है। हरिद्वार से लेकर काशी और देवलोक तक हर शिवधाम बोल बम के जयकारों से गूंज रहा हैहरिद्वार में आज लाखों श्रद्धालु गंगाजल लेकर निकले हैं अपने गांव-शहर के शिवालयों की ओर ऐसे में सावन के इस दूसरे पावन सोमवार पर शिवभक्तों का जनसैलाब उमड़ा है। डाक कांवड़ और सामान्य कांवड़ दोनों ही अपने-अपने अंदाज में आस्था का परिचय दे रहे हैं। प्रशासन ने भी इस भीड़ को संभालने के लिए कमर कस ली है। जगह-जगह पर पुलिस बल भक्तों की सेवा में तैनात हैं। ट्रैफिक कंट्रोल से लेकर ड्रोन से निगरानी तक हर व्यवस्था पर नज़र रखी जा रही है।महादेव के दर पर अर्पित हो रहा है श्रद्धा विश्वास और तप का संगम। सुबह से ही कनखल जो कि शिव की सुसराल ही वहीं के दरिद्र भजन महादेव मंदिर दक्षेश्वर महादेव सहित तिलभांडेश्वर शिवालयों में दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी हैं। भक्त बेलपत्र दूध और जल चढ़ाकर भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं।पंडित कृष्ण कुमार शास्त्री ने बताया कि सावन का दूसरा सोमवार एक बार फिर ये संदेश लेकर आया है – कि आस्था में है अपार शक्ति और भोलेनाथ की भक्ति में है जीवन का सार है l गंगा जल लेकर दौड़ते इन कांवड़ियों के कदमों में आस्था की आग है... और मन में सिर्फ एक नाम — भोलेनाथ। हरिद्वार से देशभर के शिवालयों की ओर निकल चुकी है डाक कांवड़ की बाढ़।लेकिन इस आस्था के बीच खटास भी दिख रही है। कई जगहों पर प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर कांवड़िए नाराज़ हैं पार्किंग व्यवस्थामार्गों की सफाई और ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं ऐसे पुलिस-प्रशासन हालात को संभालने में जुटा है। लगातार निगरानी हेल्थ कैम्प और ट्रैफिक रूट डायवर्जन की कोशिशें जारी हैं ताकि ये मेला शांति और सफलता के साथ संपन्न हो सके।बोल बम की गूंज भगवा लहराते झंडे और श्रद्धालुओं की भीड़... ये सिर्फ मेला नहीं एक चलती-फिरती शिव भक्ति की परंपरा है हरिद्वार से निकल चुकी है शिवभक्ति की ये आंधी जो हर पड़ाव पर श्रद्धा के दीप जला रही है। मेला अंतिम पड़ाव पर है पर आस्था की रफ्तार अब भी बेकाबू है l उत्तराखंड में चल रहे ऑपरेशन कालनेमी को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि समाज में जो लोग अव्यवस्था फैलाते हैं जातीय और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ते हैं उनका समाज में कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि उत्तराखंड में चलाया जा रहा यह ऑपरेशन एक सकारात्मक पहल है और इस तरह की कार्यवाही समाज की सुरक्षा और एकता के लिए आवश्यक है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि हरियाणा में भी ऐसे तत्व पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पवित्र श्रावण मास के द्वितीय सोमवार के अवसर पर विधि-विधान के साथ देवाधिदेव महादेव का अभिषेक एवं पूजन-अर्चन किया। भगवान शंकर से समस्त प्रदेशवासियों के सुख शान्ति एवं राज्य की उन्नति के लिए प्रार्थना की। उत्तराखंड महिला कांग्रेस के द्वारा आज राजधानी देहरादून में राजभवन कूच किया गया। प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में यह कूच किया गया। हालांकि राजभवन से पूर्व ही भारी पुलिस बल द्वारा इन्हें बेरिकेटिंग लगाकर रोक दिया गया। जिससे नाराज महिला कांग्रेस सड़क पर ही धरने पर बैठ गई। इस दौरान प्रदेश की महिलाओं को न्याय दिलाओ के नारे लगते रहे। प्रदेश अध्यक्ष महिला कांग्रेस ने इस दौरान कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड महिला अपराधों में नंबर वन पर आता है और इसीलिए हम लगातार आवाज उठा रहे हैं कई बार गवर्नर साब से समय मांगने पर भी हमें समय नहीं मिला इसलिए आज हमें कूच करना पड़ा। राज्य निर्वाचन आयोग उत्तराखंड ने स्पष्ट किया है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान की तिथियों में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। पंचायत के चुनाव दो चरणों में 24 और 28 जुलाई 2025 को ही होंगे। आयोग ने कहा है कि प्राकृतिक आपदा या अन्य किसी आपातकालीन स्थितियों की वजह से किसी पोलिंग स्टेशन या बूथ पर मतदान नहीं हो पाता है तो ऐसी स्थिति के लिए ही पुनर्मतदान की तिथियां घोषित की गई हैं। 20 जुलाई 2025 को जारी आयोग का पत्र भी इसी से संबंधित है जिसका मतदान की तिथियों में परिवर्तन से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है। आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे मतदान की तिथियों को लेकर किसी तरह के भ्रम में न रहें।