व्यापारी धान की लगा रहे कम बोली नहीं मिल रहा वाजिब दाम परेशान हो रहे किसान युवक ने पंखे में फांसी लगाकर की आत्महत्या इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के निर्विरोध अध्यक्ष बने डॉ. बीएम शरणागत बालाघाट की कृषि उपज मंडी गोंगलई में व्यापारी धान की कम बोली लगाकर किसानों को वाजिब दाम नहीं दे रहे हैं। गोंगलई और चिचगांव के किसानों का कहना है कि व्यापारी आपस में मिलकर दाम गिरा देते हैं जिससे उन्हें अपनी उपज कम कीमत पर बेचनी पड़ती है। लागत भी नहीं निकलती। मंडी में हम्मालों की कमी के कारण तौल में देरी होती है जिससे किसानों को खुद काम करना पड़ता है और रतजगा करना पड़ता है। यह समस्या वर्षों से बनी हुई है लेकिन आज तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। बालाघाट के वार्ड नंबर 32 मोतीनगर निवासी सेवानिवृत्त निरीक्षक के 27 वर्षीय पुत्र वीरेन्द्र झाड़ेकर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार वीरेन्द्र ने एग्रीकल्चर से बीएससी किया था और 23 मई की रात 12 बजे घर लौटकर ऊपर के कमरे में चला गया। सुबह पिता ने उसे पंखे से लटका पाया। पड़ोसी की मदद से दरवाजा खोलकर देखा गया तो वह मृत था। कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा। आत्महत्या का कारण अज्ञात है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। बालाघाट के डॉ. बीएम शरणागत को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। हाल ही में हुए चुनाव में प्रदेशभर के डॉक्टरों ने सहमति जताकर उनका समर्थन किया। शनिवार को बालाघाट के एक निजी होटल में उनका सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. शरणागत ने बताया कि इंदौर भोपाल ग्वालियर सहित अन्य शहरों के उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस लेकर उन्हें समर्थन दिया। उन्होंने बताया कि बालाघाट में आईएमए भवन की कमी है जिसे प्राथमिकता से बनाया जाएगा। साथ ही चिकित्सा क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए कार्य किए जाएंगे।