मध्यप्रदेश में आशा कार्यकर्ताओं को अब आत्महत्या रोकथाम की नई जिम्मेदारी दी गई है। वे घर-घर जाकर लोगों की मानसिक सेहत की जांच करेंगी और 5 खास सवाल पूछेंगी ताकि डिप्रेशन और आत्महत्या की प्रवृत्ति को समय रहते पहचाना जा सके।