क्षेत्रीय
मुख्यमंत्री मोहन यादव की सख्ती के बाद जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया। अपर कलेक्टर नाथूराम गौड़ ज्वाइंट कलेक्टर ऋषभ जैन और शिवाली सिंह तथा सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे की टीम ने जांच कर पूरे घोटाले का पर्दाफाश किया।इस मामले में 30 करोड़ से अधिक के फर्जी RO घोटाले का खुलासा हुआ है जिसमें कई सरकारी अधिकारियों और राइस मिलर्स की मिलीभगत सामने आई है। विधानसभा में भी खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जबलपुर में हुए करोड़ों के घोटाले पर चिंता जताई थी। मुख्यमंत्री की नाराजगी और बीजेपी विधायक अजय विश्नोई की शिकायत के बाद सरकार और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है।