प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में अति दुर्गम मतदान केंद्रों पर ड्रोन से निगरानी होगी। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने सभी तैयारी पूरी कर ली हैं। यह सब ऐसे मतदान केंद्र होंगे जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लग सकतेइसके अलावा इन मतदान केंद्रों पर सर्विलेंस और फोटो/वीडियोग्राफी करना भी संभव नहीं है। सिर्फ मतदान केंद्र ही नहीं बल्कि आसपास के एरिया सड़कगलियाँ और रिहायसी कॉलोनी जहाँ सी.सी.टी.वी कैमरा नहीं लगाए जा सकते हैं वहा ड्रोन से नजर रखी जाएगी। लोकसभा प्रतयाशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज रूड़की में एक कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को उत्तराखंड और केंद्र में मिलने वाली योजनाओं के बारे में अवगत कराया और उन्हें सम्मानित भी किया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि देश मे महिलाओं के लाभ के लिए कई योजनाएं दी जा रही है जिसको लेकर उन्होंने आज तमाम योजनाओं से अवगत कराते हुए कहा कि सभी अपनी अपनी योजनाओं का लाभ ले l वही प्रदेश अध्यक्ष मयंक गुप्ता ने भी बताया आज हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिलाओं को देश मे चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराया और उन्हें उम्मीद है कि इस बार देश मे तीसरी बार भाजपा सरकार बनने जा रही है और त्रिवेंद्र सिंह रावत 5 लाख मतों से जीतकर संसद तक पहुंचेंगे उत्तराखंड की खूबसूरत वादियां जहाँ देश विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है तो वहीं लच्छीवाला पर्यटक स्थल भी सैलानियों को अपनी ओर खींच रहा है। यहां के हरे भरे जंगल वाटर पार्क झूले व वाटर स्विंग लाखों की संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर खींचने पर मजबूर कर देते है। जिससे सरकार को सालाना कोरोड़ों की आमदनी तो होती ही है साथ ही स्थानीय लोगों को भी रोज़गार के अवसर मिलते हैं। इस पार्क में नामात्र शुल्क देकर पर्यटक गर्मी से राहत पाने के साथ-साथ बेहद शांत वादियों में बनी कुदरती झील में बोटिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। चुनावों के दौरान हरिद्वार में सड़कों पर दूसरे जिलों और राज्यों के वाहनों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस और चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारी बाहरी वाहनों की सघनता से जांच कर रहे हैं। हरिद्वार लोकसभा में लगाई गई एसएसटी टीमें भी हरिद्वार के मुख्य चौक चौराहों पर वाहनों की चेकिंग में जुटी हुई है। यहां सेलमपुर रानीपुर पैकट पर एसएसटी टीम ने सौ से ज्यादा वाहनों को चैक किया। गौर तलब है कि चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए कैश और शराब का परिवहन बढ़ जाता है। इसकी रोकथाम के लिए लगातार चैकिंग की जा रही है। चार धाम में से एक भू बैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस बार गीष्मकाल के लिए 12मई को खुलने जा रहे है ऐसे में 30 अप्रैल तक हर हाल में अलग अलग विभागों द्वारा धाम में सभी अवस्थापन व्यवस्था को दुरस्त करने का दावा किया है पेयजल विभाग की माने तो बद्रीनाथ धाम में सभी पेयजल कनेक्शन को 30अप्रैल तक दुरस्त कर दिया जाएगासाथ ही बीकेटीसी मंदिर परिसर जीएमवीएन होटल रेस्टोरेंट धर्मशालाओं आश्रमों लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस सहित तमाम कमर्शियल आवासीय भवनों की पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी