MP में उमा के ट्वीट से BJP में मची खलबली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को उनके उज्जैन में दिए गए बयान का जवाब दिया है। इसमें उनका दर्द भी झलका। उमा भारती ने लिखा- मेरे बड़े भाई शिवराज सिंह चौहान जी से 1984 से मार्च 2022 तक सम्मान एवं स्नेह के संबंध रहे। मैंने शिवराज जी से 2 साल हर मुलाकात में शराबबंदी पर बात की है। अब बात बाहर आ गई है तो भाई ने अनबोला क्यों कर दिया है। मीडिया के जरिए से बात क्यों करने लगे हैं? गौरतलब है कि एक दिन पहले उज्जैन गौरव दिवस में मुख्यमंत्री ने उमा का नाम लिए बगैर कहा था- अगर दुकान बंद होने से शराब बंद हो जाती, तो हम एक दिन नहीं लगाते। समर्थन मूल्य पर सरकार खरीदेगी गेहूं, 16 मई तक चलेगी; भोपाल में 77 सेंटर बनाए मध्यप्रदेश के भोपाल, जबलपुर-ग्वालियर समेत 37 जिलों में 4 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू होगी। खरीदी 16 मई तक चलेगी। गेहूं खरीदी सोमवार से शुक्रवार के बीच ही की जाएगी। इसके लिए किसानों को पहले से ऑनलाइन स्लॉट बुक करना होंगे। बुकिंग के 3 दिन के भीतर गेहूं बेचने सेंटर पर ले जाना होगा। वे अपनी तहसील के किसी भी सेंटर पर गेहूं बेच सकेंगे। भोपाल के 77 सेंटरों पर 30 लाख क्विंटल गेहूं खरीदने का टारगेट है। इंदौर में छेड़छाड़ के विरोध पर छात्रा को पीटा छत्रीपुरा इलाके में एक बदमाश ने कोचिंग जा रही 16 वर्षीय छात्रा के साथ छेड़छाड़ कर दी। छात्रा ने विरोध किया तो उससे मारपीट की और घर पर पत्थर फेंकने पहुंच गया। TI पवन सिंघल के मुताबिक बालदा इलाके में शनिवार देर रात 41 साल के अरुण उर्फ टीनू उर्फ गुड्डू यादव जमकर उत्पात मचा रहा था। रहवासियों ने पुलिस को बताया कि बदमाश टीनू इलाके में रहने वाली एक छात्रा को आते-जाते छेड़ता है। उसने शनिवार को भी लड़की को छेड़ा था। विरोध करने पर उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद घर पर पत्थर फेंकने पहुंच गया। सोशल मीडिया फ्रेंड ने किडनैप किया ग्वालियर में 9वीं की छात्रा के साथ उसके ही दोस्त ने बंधक बनाकर 25 दिन तक रेप किया। आरोपी ने छात्रा को मिलने बुलाया और किडनैप कर ले गया। घटना 7 मार्च की है। मुरार पुलिस ने घटनास्थल के आसपास 12 जगह लगे CCTV फुटेज को कई बार देखा, तब जाकर एक गाड़ी से क्लू मिला। इस गाड़ी को ट्रेस कर पुलिस मुरार से 31 किलोमीटर दूर हस्तिनापुर (ग्वालियर) पहुंची, जहां से रविवार को छात्रा को मुक्त कराया। आरोपी और लड़की के बीच फ्रेंडशिप सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। MP के अस्पतालों में डॉक्टरों का टोटा: मध्यप्रदेश के तहसील और ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पताल की कमी से जूझ रहे हैं। हालत ये है कि प्रदेश के 44 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 446 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं हैं। इस कारण यहां कोई इलाज कराने नहीं जाता। इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में हुआ है। इसका बोझ जिला अस्पतालाें और संभाग स्तर के बड़े अस्पतालों पर पड़ रहा है। इससे लोगों को समय पर इलाज भी नहीं मिल पाता।