1 पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे पिछले 12 घंटों से खबरें आ रही हैं कि उन्होंने पैसों का और शराब का उपयोग करना शुरू कर दिया है। किस प्रकार खुलेआम पैसा बांटा जा रहा है। शराब बांटी जा रही है। भारतीय लोकतंत्र का जब भी इतिहास लिखा जाएगा, उसमें मध्यप्रदेश के उपचुनाव का एक पन्ना जरूर होगा। उसमें गद्दारों का नाम काले अक्षरों में लिखा जाएगा।कमलनाथ ने कहा कि किस तरह प्रशासन और पुलिस का दबाव और उपयोग किया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि भाजपा पिट रही है। मैं कहना चाहता हूं कि अब इनकी सौदेबाजी की सरकार का अंतिम समय आ गया है। 2 प्रदेश के 28 सीटों पर मंगलवार को उपचुनाव के लिए मतदान होगा । मतदान के पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीसीसी चीफ एवं पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कमलनाथ मध्यप्रदेश को तबाह और बर्बाद करके पूछ रहे हैं कि मैंने क्या पाप किया? आपने प्रदेश के किसानों से किया वादा पूरा नहीं किया। युवाओं और माताओं-बहनों के साथ छल किया। कमलनाथ आपने 15 महीनों में मध्यप्रदेश का सत्यानाश कर दिया। यही आपका पाप था और इसी की सजा आपने भुगती है। 3 जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ राजधानी भोपाल की जिला अदालत में परिवाद दायर किया गया है । यह परिवाद संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शमशुल हसन बल्ली की ओर से उनके वकील द्वारा दायर किया गया है । गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने जेल से रिहा होते ही धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में कोई और झंडा उठाने से इंकार कर दिया था । उनके इस कृत्य के खिलाफ राजधानी भोपाल की जिला अदालत में परिवाद दायर कराया गया । 4 प्रदेश के 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए रविवार को चुनाव प्रचार थम गया । इन सभी सीटों पर मंगलवार 3 नवंबर को मतदान होगा । चुनाव प्रचार कर भोपाल वापस लौटे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बयान देते हुए कहा कि 28 सीटों पर कांग्रेस चुनाव जीत रही है । क्योंकि प्रदेश की जनता को यह बात समझ आ गई है कि भाजपा ने विधायकों को खरीदा था और पैसे देकर कमलनाथ सरकार को गिराया था । वहीं चुनाव प्रचार के दौरान जनता कमलनाथ जी को सुनने भी आया करती थी । 5 मंगलवार को प्रदेश के 28 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है । उप चुनाव के पहले भाजपा और कांग्रेस द्वारा एक दूसरे के ऊपर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया जा रहा है । खजुराहो से भाजपा सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है । 6 मध्यप्रदेश में मंगलवार को 28 विधानसभा की सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए उपनिर्वाचन के सभी 28 विधानसभा क्षेत्रों में 84 पैरामिलिट्री की कंपनी तैनात की हैं। इसके अलावा एसएएफ की 30 कंपनी भी अतिरिक्त रूप से तैनात की गई हैं। जिला के लगभग 10,000 विशेष पुलिस अधिकारी भी तैनात किए गए हैं। प्रदेश में 3 नवंबर को मतदान और 10 को मतदान किया जाएगा। 7 मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीनने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग के आदेश पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह आपके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। बता दें कि कांग्रेस का तर्क था कि स्टार प्रचारक का दर्जा चुनाव आयोग नहीं देता है। यह पार्टी तय करती है, तो चुनाव आयोग उससे यह कैसे छीन सकता है। 8 एक दिन पूर्व गुजरे मध्य प्रदेश के 65 वें स्थापना दिवस के मद्देनजर सोमवार को मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से देश विदेश के पर्यटकों समेत राजधानी वासियों को जल पर्यटन के अंतर्गत एक नई और अनूठी सौगात दी है। जिसके तहत अब शहर की बड़ी झील स्थित सैर सपाटा के बोट क्लब पर आने वाले पर्यटक मंगलवार से यहां बनाना बोट राइड का आनंद भी ले सकेंगे। इसके लिए विभाग द्वारा आज ट्रॉयल किया गया है। 9 दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह कोरोना पाए गए है। लक्ष्मण सिंह ने इसकी जानकारी खुद ट्वीट करके दी है। लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करते लिखा कि मैंने आज कोविड टेस्ट कराया था,पॉजिटिव आया है,जो बंधु मेरे संपर्क में आये हैं,अपना टेस्ट करवा लें।शीघ्र स्वस्थ होकर फिर मिलेंगे।इसके पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 10 मध्यप्रदेश विधानसभा के 28 उपचुनावों के प्रचार का शोर-शराबा थमने के बाद अब उम्मीदवार डोर-टू-डोर प्रचार में जुट गए हैं। मतदान के लिए कुछ घंटे ही शेष रह गए है। इन उपचुनावों में शिवराज सिंह चौहान सरकार के 14 मंत्रियों के भाग्य का भी फैसला 3 नवंबर को ईवीएम में बंद हो जाएगा। हालांकि इनमें से दो मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन वे मंत्री की हैसियत से ही चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावों में मंत्रियों के हारने के सिलसिला को देखते हुए इस बार इनकी किस्मत के साथ भविष्य दांव पर लगा है। 11 कांग्रेस से भाजपा में गए 25 पूर्व विधायकों के सामने फिर से विधायक बनने के रास्ते में सबसे बड़ी चुनौती खुद को मिले वोटों के अंतर को पाटना है, जो उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में भाजपा उम्मीदवारों से अधिक मिले थे। इस मामले में सबसे कम चुनौती उन पूर्व विधायकों के सामने हैं, जो 2000 से कम मतों से जीते थे। इनमें मंत्री हरदीप सिंह डंग की जीत सबसे छोटी थी और वह 350 मतों से जीते थे। उसके बाद मांधाता के नारायण पटेल 1236 और नेपानगर की सुमित्रा देवी 1256 मतों से जीती थी। 12 ओबीसी आरक्षण को लेकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में दायर तमाम याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण पर लगी रोक को बरकरार रखा। इस मामले में प्रदेश सरकार ने कहा कि मध्य प्रदेश में आबादी के लिहाज से सरकार ओबीसी वर्ग को आरक्षण देना चाहती है। चूंकि मध्य प्रदेश में ओबीसी वर्ग की आबादी 50 प्रतिशत से अधिक है, इस लिहाज से ओबीसी वर्ग को बढ़े हुए आरक्षण का फायदा दिया जाना चाहिए। मामले में याचिकाकर्ता ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि हाल ही में मराठा आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों की बेंच द्वारा निर्णय दिया गया है। साथ ही बताया गया है कि किसी भी लिहाज से आबादी के परिपालन में आरक्षण नहीं दिया जा सकता। 13 मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी। इसको लेकर चुनाव आयोग के साथ ही राजनीतिक दलों ने भी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका में हर तरह की सावधानी बरतने पर जोर दिया जा रहा है। उपचुनाव में कांग्रेस को गड़बड़ी की आशंका सता रही है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव के दिन हर तरह सतर्क रहने की योजना तैयार की है। इसके तहत ही हर बूथ पर कांग्रेस अपने सिपाहियों की तैनाती की जा रही है। 14 प्रचार का शोर समाप्त होने के बाद अब बूथ प्रबंधन सबसे जरुरी हो गया है। बूथ ही उम्मीदवार का भविष्य तय करेगा। प्रदेश का भविष्य तय करने वाली 28 विधानसभा सीटों के लिए अब कांग्रेस बूथ प्रबंधन कर रही है। कांग्रेस ने सभी मतदान केंद्रों में 30-30 कार्यकर्ताओं की टीम तैनात की है। यानी इन 28 सीटों कुल 9361 बूथ पर 2 लाख 80 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई है। इसके अलावा बूथ से लेकर भोपाल तक की संपर्क चेन बनाई गई है। इस चेन में नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। 15 उपचुनाव का प्रचार थमने के बाद भाजपा ने बूथ, वोटिंग और नाराज नेताओं पर फोकस की रणनीति अपनाई है। वोटिंग वाले दिन तक इसी रणनीति पर काम होगा। इसके लिए अलग-अलग नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने प्रबंधन का मोर्चा संभाला है। इसमें भितरघात की आशंका वाली जगहों पर सबसे पहले नेताओं को तैनात किया गया है। इसी तरह दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य नेता भी मोर्चा संभाल हुए हैं। यह उपचुनाव सिंधिया के लिए विशेष महत्व रखता है। इस कारण वह भी ग्वालियर चंबल में प्रबंधन में विशेष तौर पर सक्रिय भूमिका में हैं। 16 प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने हाटपिपलिया विधानसभा को लेकर उनके और राजेंद्र सिंह बघेल के बीच अनबन की खबरों के बीच भाजपा पर जमकर निशाना साधा। श्री वर्मा ने कहा कि भाजपा कुछ बिकाऊ मीडिया के साथ मिलकर सौदेबाजी कर क्षेत्र में इस तरह की अफवाह फैला रही थी कि मेरे और राजेंद्र सिंह बघेल के बीच किसी बात पर अनबन है। मैं हाटपिपलिया तथा पूरे प्रदेश की जनता को यह बताना चाहता हूं कि सज्जन वर्मा का खून लाल है, ईमानदार है। मैं किसी को वचन दे देता हूं तो उसे आखरी दम तक पूरा करता हू, राजवीर को मेने वचन दिया है। हाटपिपलिया में राजवीर सिंह बघेल को चुनाव जीता नहीं दूं तब तक मैं दम नहीं लूंगा।