लाल आतंक के खात्मे के लिए हार्डकोर नक्सली दीपक की तलाश जारी एरिया सैनिटाइजेशन अभियान शुरु धान उपार्जन केंद्र चरेगांव से 20 बोरी धान की चोरी बालाघाट से मुरैना लौट रही बीडीडीएस टीम का वाहन हाइवे में हादसे का शिकार 4 पुलिसकर्मियों की मौत बालाघाट जिले से नक्सलवाद का अंतिम निशान मिटाने पुलिस ने विशेष अभियान तेज कर दिया है। पुलिस अब जिले के अंतिम सक्रिय हार्डकोर नक्सली दीपक की तलाश में एरिया सैनिटाइजेशन और सर्च ऑपरेशन चला रही है। पालाघोंदी वार्धा और चौरिया के घने जंगलों में नए पुलिस कैंप स्थापित किए गए हैं जहां दो हजार से अधिक जवान तैनात हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने दीपक के संभावित ठिकानों आवागमन मार्गों और संपर्क सूत्रों की मैपिंग भी पूरी कर ली है।संपत और संगीता सहित अन्य नक्सलियों के सरेंडर के बाद अब दीपक ही जिले की आखिरी कड़ी बचा है। बढ़ते दबाव के बीच उसके जल्द सरेंडर करने की संभावना जताई जा रही है जिससे जिला पूरी तरह नक्सलमुक्त हो सकता है। क्षेत्र के धान उपार्जन केंद्र चरेगांव में बीती रात चोरी की बड़ी घटना सामने आई है। अज्ञात चोरों ने केंद्र में रखे 20 बोरी धान पर हाथ साफ कर दिया। चोरी हुए धान का अनुमानित मूल्य लगभग 19000 रुपये बताया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही उपार्जन केंद्र में हड़कंप मच गया।धान खरीदी केंद्र के प्रभारी ने तुरंत मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी और इसके बाद वे पुलिस थाना पहुँचकर लिखित रिपोर्ट दर्ज करवाई।पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण कर पंचनामा तैयार किया है और अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हैलगातार हो रही चोरी की घटनाओं के बीच चरेगांव उपार्जन केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। बालाघाट के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सर्चिंग अभियान पूरा कर मुरैना लौट रही बीडीडीएस टीम का वाहन बुधवार सुबह सागर जिले के बांदरी थाना क्षेत्र में कंटेनर से टकरा गया। भीषण हादसे में चार पुलिसकर्मियों—आरक्षक प्रद्युम्न दीक्षित अमन कौरव प्रधान आरक्षक/चालक परिमल तोमर और डॉग मास्टर विनोद शर्मा—की मौके पर ही मौत हो गई। आरक्षक राजीव चौहान गंभीर रूप से घायल है और उसे भोपाल रेफर किया गया है। टीम दो माह से पाथरी चौकी में तैनात थी और नक्सल प्रभावित इलाकों में महत्वपूर्ण सर्च ऑपरेशन में सक्रिय भूमिका निभा रही थी। नगर के वार्ड 15 स्थित गौली मोहल्ला में मंगलवार रात ओम साईं मेडिकल एंड सर्जिकल में अचानक आग लगने से लाखों रुपए की दवाएं और उपकरण जलकर राख हो गए। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पा लिया जिससे बड़ा हादसा टल गया। दमकल अमला पहुंचा लेकिन तब तक आग काफी हद तक बुझ चुकी थी। दुकान संचालक अमित नैनवानी के अनुसार वे रोजाना की तरह दुकान बंद कर घर चले गए थे। प्रारंभिक अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी होगी। वन विभाग के उडऩदस्ता दल ने 9-10 दिसंबर की रात्रि में वनोपज सागौन की तस्करी करते हुए एक ग्रामीण को गिरफ्तार किया है। लकड़ी के परिवहन में प्रयुक्त वाहन को भी बरामद किया है। वन विभाग ने मध्यप्रदेश वनोपज अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर मामले को कार्यवाही में लिया है।वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बालाघाट सामान्य वन परिक्षेत्र के अंतर्गत धापेवाड़ा से सागौन का अवैध रुप से परिवहन किए जाने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर वन अमले ने समनापुर से धापेवाड़ा मार्ग पर पिकअप वाहन का पीछा किया गया जिसे ग्राम जागपुर में पकड़ा गया। इस मामले में श्रीकांत पिता सुकलाल दमाहे निवासी जागपुर से वैद्य दस्तावेजों के बारे में जानकारी ली गई लेकिन वह दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया। जिसे गिरफ्तार कर सागौन की तस्करी के मामले में पूछताछ की जा रही है। लामता - शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय समनापुर का परिसर इन दिनों कूड़े‑कचरे के अम्बार में बदल गया है। विद्यालय परिसर में जगह‑जगह जमा कचरा पॉलिथीन टूटी‑फूटी सामग्री और गंदगी से छात्रों का अध्ययन वातावरण गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। इस बदहाली पर विद्यालय के जिम्मेदार शिक्षक और प्राचार्य की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।विद्यालय परिसर में फैली अव्यवस्था को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि स्कूल प्रबंधन ने साफ‑सफाई एवं स्वच्छ वातावरण बनाए रखने की जिम्मेदारी से मानो मुँह मोड़ लिया हो। स्थानीय लोगों और अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में लंबे समय से साफ‑सफाई को लेकर लापरवाही बरती जा रही है लेकिन शिक्षक‑प्राचार्य द्वारा इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।