ट्रेडिंग फ्रॉड 72 साल के भरतभाई और गंवाए 35 करोड़ मुंबई के माटुंगा वेस्ट में रहने वाले 72 वर्षीय बिजनेसमैन भरत हरखचंद शाह बड़े ट्रेडिंग फ्रॉड का शिकार हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि ग्लोब कैपिटल मार्केट लिमिटेड ने चार साल तक उनके नाम पर अनऑथराइज्ड ट्रेडिंग की और उन्हें फर्जी प्रॉफिट स्टेटमेंट भेजते रहे। शाह मार्केट को ज़्यादा नहीं समझते थे और उनके पिता के खरीदे पुराने शेयर बस डिविडेंड देते रहते थे। 2020 में एक परिचित की सलाह पर उन्होंने अपने और पत्नी के शेयर इस ब्रोकरेज फर्म के पास कोलैटरल रख दिए। फर्म के दो कर्मचारी—अक्षय बरिया और करण सिरोया—उनके “गाइड” बनकर OTP लेकर ट्रेड डालते रहे और धीरे-धीरे उनके अकाउंट पर पूरा कंट्रोल हासिल कर लिया।मार्च 2020 से जून 2024 तक लाखों–करोड़ों के ट्रेड होते रहे जबकि भरतभाई को ईमेल पर सिर्फ 18% मुनाफे वाली फर्जी स्टेटमेंट भेजी जाती थीं। बाद में खुलासा हुआ कि उनका करीब 35 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। मामले की जांच की जा रही है। शेयर मार्केट में आज तेजी 28 नवंबर को शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स 100 अंक चढ़कर 85630 पर और निफ्टी 20 पॉइंट बढ़कर करीब 26230 पर कारोबार कर रहा है। आज ऑयल एंड गैस ऑटो और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में दबाव देखा जा रहा है जबकि रियल्टी शेयरों में तेजी है। एक दिन पहले निफ्टी ने 26310 और सेंसेक्स ने 86055 का स्तर छूकर 14 महीने का ऑल-टाइम हाई बनाया था। ऑनलाइन गेमिंग कंपनी WinZO के संस्थापक ईडी द्वारा गिरफ्तार ईडी ने ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म *WinZO* के संस्थापक पवन नंदा और सौम्या सिंह राठौर को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। कंपनी के 505 करोड़ रुपए मूल्य के बॉन्ड FD और म्यूचुअल फंड को फ्रीज किया गया है। एजेंसी के मुताबिक कंपनी ने 43 करोड़ रुपए गेमर्स के पैसे वापस नहीं किए थे जो रियल मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगने के बाद लौटाने जरूरी थे। दोनों संस्थापकों को बेंगलुरु कोर्ट में पेश किया गया जहां उन्हें एक दिन की ईडी कस्टडी में भेजा गया। GST दरों में कमी और घटती महंगाई से अर्थव्यवस्था को बल वित्त मंत्रालय की मासिक समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार GST दरों में कमी और लगातार गिरती महंगाई ने उपभोग को बढ़ावा दिया है। इसके चलते चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था जोखिमों से निपटने और विकास की रफ्तार बनाए रखने की मजबूत स्थिति में है। मंत्रालय ने कहा कि कर सुधारों के कारण उपभोग का दृष्टिकोण आने वाले समय में और सकारात्मक रहने की संभावना है।