उत्तराखंड में शीतकालीन चारधाम यात्रा पहले ही शुरू हो चुकी है जो अक्टूबर 2025 से प्रारंभ हुई थी। ग्रीष्मकालीन चारधाम यात्रा के कपाट बंद होने के बाद श्रद्धालु यमुनोत्री गंगोत्री केदारनाथ और बदरीनाथ के शीतकालीन पूजा स्थलों पर दर्शन कर सकते हैं। इन शीतकालीन स्थलों में यमुनोत्री के लिए खरसाली गंगोत्री के लिए मुखवा गांव केदारनाथ के लिए ऊखीमठ और बदरीनाथ के लिए ज्योर्तिमठ-नृसिंह मंदिर शामिल हैं। उत्तराखंड में शीतकालीन चारधाम यात्रा 24 अक्टूबर 2025 को शुरू हुई थी। सर्दियों में दर्शन: ग्रीष्मकालीन चारधाम यात्रा के कपाट बंद होने के बाद श्रद्धालु सर्दियों में इनके शीतकालीन गद्दीस्थलों पर दर्शन कर सकते हैं। शीतकालीन स्थान: यमुनोत्री: खरसाली गाँव। गंगोत्री: मुखवा गाँव। केदारनाथ: ऊखीमठ में ओंकारेश्वर मंदिर। बदरीनाथ: ज्योर्तिमठ नृसिंह मंदिर और पांडुकेश्वर।सरकार ने यात्रा को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग और चमोली में आवास पर 50% तक की छूट की घोषणा की थी। उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा के बहुत अच्छे परिणाम आए हैं। शीतकालीन यात्रा से लोकल व्यापारियों को भी रोजगार मिलेगा। शीतकालीन यात्रा को लेकर उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारीयो.. शीतल यात्रा को लेकर निर्देश दे दिए गए हैं। उत्तराखंड में शीतकालीन चारधाम यात्रा 24 अक्टूबर 2025 से फिर से शुरू हो गई है। सरकार ने इस यात्रा को बढ़ावा देने के लिए कमर कस ली। इसी विषय पर बात करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा इसको लेकर हमारे हमारा विभाग तैयारी में लग गया है। उत्तराखंड में अलग-अलग स्थान पर मंदिरों में शीतकालीन पूजा की जाती है। यमुनोत्री की पूजा खिरसाली में होती है और मां गंगा की पूजा मुखवा में होती है। भगवान केदारनाथ की पूजा वह कीमत में होती है बैजनाथ भगवान की पूजा जो सिमट के पांडुकेश्वर में होती यात्रा को लेकर आज मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं l लम्बे समय के इंतज़ार के बाद हाईकमान द्वारा प्रदेश कांग्रेस को नए अध्यक्ष सहित 27 जिलों के अध्यक्षों के नाम घोषित कर दिया गया है वही बीते रविवार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय मे पदभार ग्रहण समारोह के बीच हरिश रावत का एक बयान सामने आया है जिसमे हरिश रावत ने नई संरचना को पंचमुखी रुद्राक्ष व पांच पाण्डवों की संज्ञा दी है इस बयान के बाद राजनितिक सरगर्मिया तेज़ होती नज़र आ रही है वही भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक ने हरिश रावत के बयान के साथ पूरी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि हरिश रावत स्वयं ऊपर से नीचे तक विष से ग्रसित है उनका इस तरीके से अपने कार्यकर्ताओं को विष से दूर रहने की बात करना साफ तौर पर यह इशारा कर रहा हैं कि विष से भरे हुए हरीश रावत से अब कार्यकर्ताओं को दूर रहना चाहिए। क्योंकि गुटबाजी कटाक्ष करना लोगों के कार्य में मट्ठा डालने का काम जो अब तक हरीश रावत करते आये है उस सबसे सजग रहने की हिदायत उन्होने खुद अपने कार्यकर्ताओं को दी है जिससे की कांग्रेस पार्टी में थोड़ी जान आ जाये पाठक ने कहा कि हरिश रावत द्वारा अपनी उम्र के अनुसार अपने कार्यकर्ताओं को निश्चित तौर पर एकदम सटीक हिदायत दी गयी है साथ ही उनका इशारा अपनी ही ओर था कि उनसे सारे कार्यकर्ताओं को दूर रहने की आवश्यकता हैं। दिल्ली में हुई बम घटना के बाद देहरादून का आरटीओ विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से भारी राज्य से आने वाले लोगों के लिए जो काम कर रहे है ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए दस्तावेज वेरीफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। इसी विषय पर बात करते हुए संभागिया परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने कहा भारी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए सबसे पहले अपना वेरीफिकेशन करना अनिवार्य होगा जिसके अंतर्गत पुलिस वेरीफिकेशन और जिस कंपनी में वह यहां पर कार्य कर रहे हैं उसका प्रमाण पत्र भी होना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा सुरक्षा की दृष्टि को दृष्टि से ध्यान में रखते हुए हमारे विभाग ने इस कार्यक्रम की पहल शुरू कर दी है। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए अनिवार्य डॉक्यूमेंट जरूरी होने चाहिए। उत्तराखंड कांग्रेस ने आज आयरन लेडी स्वर्गीय इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी उनकी आज 108 वीं जयंती है इंदिरा गांधी आजाद भारत के इतिहास की इकलौती महिला हैं जो प्रधानमंत्री बनीं उनके बाद से आजतक कभी भी किसी महिला को इस पद पर आने का मौका नहीं मिला इंदिरा गांधी अलग व्यक्तित्व वाली नेत्री थी उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में बाल्यकाल से ही सक्रिय रूप से भाग लिया था वह भारत की चार बार प्रधानमंत्री रहीं इस दौरान उन्होंने समाज के वंचित और गरीब तबके को भारत की आर्थिक और सामाजिक नीतियों के केंद्र में रखा आम जनता के हित के लिए 1969 में उन्होंने साहसिक कदम उठाते हुए बैंकों का राष्ट्रीयकरण भी किया भारत को परमाणु शक्ति बनाने का कार्य भी 1974 में उनके ही नेतृत्व में किया गया। ज्योतिर्मठ नगर छेत्र के साथ साथ भालुओं का आतंक प्रखंड के दूरस्थ चिनाप वैली के मेजबान गांव थैंग में भालुओं का जबरदस्त आतंक बना हुआ है बीते दो दिनों से भालुओं ने कई गौशालाओं को फाड़ कर अंदर बंधे पशु धनों को मार डाला है जिसमें एक दुधारू गाय भी शामिल हैसूरज नेगी सहित अन्य ग्रामीणों की माने तो यहां पिछले दो माह से करीब दो दर्जन से अधिक पालतू मवेशियों को भालू ने हमला कर निवाला बनाया है ओर कई पशु धनों को घायल किया है यही नहीं कई बार खेती बाड़ी सहित जंगल चारा पत्ती लेते समय ग्रामीणों पर भी हमला कर चुका है ये भालू ग्रामीणों ने नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन सहित जिला प्रशासन ओर प्रदेश सरकार ने गुहार लगाई है कि इन भालूओं से निजात दिलाए ओर उनके खेतों में फसलों को हुए नुकसान और पशु धनों की हानि के एवज में शीघ्र उचित राहत मुआवजा दिलाए साथ ही भालुओं से वन विभाग ग्रामीणों की सुरक्षा करें साथ ही गरीब किसानों की आजीविका के साधन पशु धनों सहित फसलों को बचाने में भी मदद करें l