उपसरपंच और पंचों ने सरपंच के खिलाफ फिर खोला मोर्चा नगर पालिका परिषद की बैठक : कांग्रेसी पार्षद रहे नदारद आसमान में छाई बदली खेतों में कटी पड़ी है धान परेशान हो रहे किसान ग्राम पंचायत भरवेली के पंचों ने एक बार फिर से सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उपसरपंच सहित 13 पंचों ने 29 अक्टूबर से ग्राम पंचायत भवन के सामने बेमियादी हड़ताल प्रारंभ की है। प्रदर्शनकारी पंचों की मांग है कि ग्राम पंचायत के साढ़े तीन वर्ष के आय-व्यय का ब्यौरा मॉयल भरवेली से टेक्स के रुप में मिली राशि का हिसाब-किताब और उनके द्वारा जो शिकायत की गई है उसकी जांच की जाए।उपसरपंच सहित पंचों ने बताया कि ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ 17-18 शिकायत की जा चुकी है। लेकिन अभी तक कोई जांच नहीं हुई है। सचिव बगैर अनुमोदन के बिल निकाल रहा है। बावजूद इसके न तो अधिकारी इसे गंभीरता से ले रहे हैं और न ही मामले की जांच कर रहे हैं।सरपंच गीता बिसेन का कहना है कि जो गांव का विकास नहीं चाहते वे ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पंचायत की बैठक में आय-व्यय का ब्यौरा दिया जाता है। सचिव ने भी विशेष ग्राम सभा में इसका ब्यौरा दिया है। बावजूद इसके कुछेक पंच मनमानी कर रहे हैं। नगर पालिका परिषद बालाघाट की बैठक 29 अक्टूबर को आयोजित की गई। इस बैठक में कांग्रेसी पार्षद नदारद रहे। जबकि भाजपाई पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों की समस्याओं को उठाया। परिषद की इस बैठक में विशेष रुप से एक राष्ट्र-एक चुनाव जीएसटी में कटौती करने पर केंद्र सरकार को धन्यवाद देने स्वदेशी को बढ़ावा देने आत्मनिर्भर भारत संकल्प सहित शहर विकास पर चर्चा की गई। इस दौरान भाजपाई पार्षदों ने भी बिरसा थाना पुलिस ने शराब की अवैध रुप से तस्करी किए जाने के मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया है। जबकि दो फरार हो गए। गिरफ्तार युवक के पास से पुलिस ने 113 लीटर अवैध शराब को बरामद किया है। वहीं शराब की तस्करी में प्रयुक्त वाहन को भी जब्त किया है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।पुलिस ने बताया कि 28 अक्टूबर की शाम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि बिरसा थाना क्षेत्र के कनिया निवासी रामकुमार यादव अपने साथियों के साथ शराब की तस्करी कर रहा है। सूचना के आधार पर कनिया गांव पहुंचकर रामकुमार यादव को उसके घर के सामने ही मय शराब के गिरफ्तार किया गया। उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। फरार युवकों की तलाश की जा रही है। मौसम में हो रहे बदलाव ने एक बार फिर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी है। दरअसल अधिकांश किसानों ने धान की कटाई प्रारंभ कर दी है। खेतों में धान कटी रखी हुई है। ऐसे में बारिश हो जाती है तो किसानों को काफी नुकसान होगा। जिसके कारण किसान काफी चिंतित है।इधर मौसम विभाग ने जिले में 31 अक्टूबर की अवधि में भारी बारिश की चेतावनी दी है। जिसके असर 29 अक्टूबर को भी देखने को मिला। बुधवार को पूरे दिन आसमान पर बदली छाई रही। कुछेक स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौजूदा समय में खेतों में किसानों द्वारा काटी गई धान की फसल रखी हुई है। ऐसे में बारिश होने पर धान को नुकसान होने की पूरी संभावना है। बारिश से जहां धान की चमक फीकी पड़ जाएगी। वहीं गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। ऐसे में किसानों को आर्थिक क्षति होगी। छात्रावास में मिली सुविधाओं से गरीब परिवार की एक बेटी के डॉक्टर बनने का सपना साकार होने जा रहा है। बालाघाट जिले के दूरस्थ एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्राम अंधियाटोला की बालिका मनीषा डोंगरवार को छात्रावास में मिली सुविधाओं के कारण नीट की परीक्षा में सफलता मिली है। रतलाम के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा के रूप में वह अध्ययन कर रही है। मनीषा के पिता किशोर डोंगरवार पेशे से कृषक है। मां कविता डोंगरवार आशा कार्यकर्ता है। मनीषा ने पहली से लेकर 12 वीं की तक की शिक्षा सरकारी स्कूलों से प्राप्त की है। इसके लिए उसे छात्रावास में रहना पड़ा था। छात्रावास प्रबंधन द्वारा बच्चों को नीट जेईई और क्लेट की तैयारी करवाई जाती है। मनीषा ने भी वर्ष 2024 में नीट की परीक्षा दी जिसमें उसे सफलता मिली है।मनीषा ने सहायक आयुक्त छात्रावास की अधीक्षिका के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर मृणाल मीना से भेंट की। कलेक्टर ने मनीषा को उसकी सफलता के लिए बधाई एवं डॉक्टर बनने की दिशा में अग्रसर होने के लिए शुभकामनाएंं दी। कलेक्टर ने कहा कि दुर्गम एवं दूरस्थ क्षेत्र की बालिका मनीषा की इस सफलता से जिले की अन्य बालिकाओं को भी आगे आने की प्रेरणा मिलेगी। दिव्यांग विधवा और वृद्धों की पेंशन राशि बढ़ाए जाने की मांग जिले के युवाओं ने की है। इन युवाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर न केवल ज्ञापन सौंपा। बल्कि जल्द से जल्द राशि बढ़ाए जाने की मांग की।कलेक्ट्रेट पहुंचे युवाओं ने बताया कि सरकार अन्य योजनाओं के माध्यम से लोगों को पैसा बांट रही है। लेकिन वास्तव में जो जरुरतमंद है उन्हें पैसा नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि दिव्यांग बुजुर्ग और विधवा को सरकार पेंशन दे रही है लेकिन उसकी राशि काफी कम है। जिससे उनका खर्च नहीं चल पा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पेंशन की राशि को बढ़ाई जाए।