बालाघाट-गोंदिया फोरलेन पर सडक़ हादसा ....सडक़ दुर्घटना में पति-पत्नि की मौत एक घायल पुलिस मुखबिरी का शक : नक्सलियों ने युवक का अपहरण कर की हत्या लायसेंसी नहीं अवैध देसी पिस्टल से चली थी गोली पुलिस जांच में खुलासा बालाघाट-गोंदिया राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन ५४३ में ग्राम डोंगरिया के समीप सडक़ दुर्घटना में बाईक सवार दम्पति की मौके में ही मौत हो गई व अन्य एक रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल शिवम पिता योगेश तुरकर (१९) निवासी घोटी का जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर उसे बेहतर उपचार के लिए गोंदिया रिफर किया गया है। पुलिस ने मृतक ध्रुवकुमार पिता झनकलाल पटले (३२) ग्राम पिपरिया बडग़ांव थाना वारासिवनी निवासी व उसकी पत्नी रितु उर्फ रेखा पटले (२८) के शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मामले की विवेचना की जा रही है। बताया गया कि मृतक ध्रुवकुमार अपनी पत्नी रेखा के साथ ससुराल घोटी से रिश्तेदार शिवम को लेकर पत्नी के उपचार के लिए गोंदिया गए थे। जहां से उपचार कराने के बाद तीनों बाईक से वापस घर लौट रहे थे कि रात करीब १२.१२ बजे उक्त हादसा घटित हुआ। पुलिस मुखबिरी के शक पर नक्सलियों ने एक युवक का पहले अपहरण कर लिया। बाद में उसकी हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने अभी तक शव को बरामद नहीं किया है। नक्सलियों ने लाल स्याही से लिखे दो पर्चे भी छोड़े हैं पर्चे में मुखबिरी करने के कारण उसे मौत के घाट उतारने का उल्लेख किया गया है। घटना के बाद से जंगलों में सर्चिंग तेज कर दी है। 800 से अधिक जवानों ने मोर्चा संभाला हुआ है।पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट जोन संजय सिंह ने युवक के लापता होने और नक्सली पर्चे मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पौसेरा निवासी देवेंद्र यादव अपने साथी अवधेश के साथ चौरिया और राहली के बीच दहियान में रहते थे। मंगलवार को देवेंद्र का अपहरण हो गया। अवधेश ने भी पूछताछ में इसकी पुष्टि की है। लाल स्याही से लिखे दो पर्चों को पुलिस ने जब्त कर लिया है जिसकी जांच की जा रही है। पर्चों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की मलाजखंड एरिया कमेटी ने युवक का अपहरण करने की जिम्मेदारी ली है। सृष्टि के रचयिता भगवान विश्वकर्मा की जयंती जिला मुख्यालय सहित तहसील व ग्रामीण अंचलों में 17 सितम्बर को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी धूमधाम से हर्षोल्लास व भक्ति भाव के साथ मनाई गई। इस अवसर पर जिले भर में जगह-जगह विभिन्न संगठनों के द्वारा विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भवन ठेकेदार भवन निर्माण ठेकेदार संघ द्वारा भगवान विश्वकर्मा की स्थानीय कमला नेहरू महिला मंडल सभागार में जयंती मनाई गई। इस अवसर पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जो शहर के प्रमुख मार्गो से डीजे की धुनों के साथ भ्रमण करते हुये वापस कार्यक्रम स्थल पहुंची। जहां ठेकेदार मजदूर वर्ग के ऐसे बच्चे जिन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त किये हैं उन बच्चों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान उपस्थित अतिथियों द्वारा भी सभी को भगवान विश्वकर्मा जयंती की बधाई देते हुये अपने विचार व्यक्त किये गये। इसके अलावा शहर से लगे ग्राम ऑवलाझरी में स्थित भगवान विश्वकर्मा मंदिर में भी सुबह से ही भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना कर हवन पूजन व महाप्रसाद वितरण किया गया। दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा महाबोधि बौद्ध विहार को गैर बौद्धों से मुक्त कर इसे बौद्धों को पूरी तरह सौंपे जाने सहित लंबित तीन सूत्रीय मांगो को लेकर बुधवार को शहर के आम्बेडकर चौक में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान आम्बेडकर चौक से आक्रोश रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बाबासाहेब आम्बेडकर की जन्मस्थली से गैर बौध्दों को हटाने व नियमानुसार नागपुर स्थित दीक्षा भूमि का पूर्ण अधिकार दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया को सौंपे जाने की मांग की गई है। इस दौरान संगठन के पदाधिकारी व बौद्ध अनुयायी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। ग्राम पंचायत समनापुर के सामने बैहर से बालाघाट मार्ग पर अज्ञात मोटर साइकिल वाले ने लाल मुंह बंदर को ठोकर मार कर फरार हो गया उपस्थित युवा ने बताया कि मेरे सामने एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल वाले ने ठोकर मार दी जगह पर ही मौत हो गई जिसके सर से एवं नाक से ब्लड बहने लगा एवं घटनास्थल पर ही मौत हो गई ग्राम पंचायत समनापुर की मोबिलाइज गीता तुमरांची के द्वारा ग्रामीणों के साथ मिलकर उसका अंतिम संस्कार किया गया तथा संबंधित अधिकारियों को सूचना दी गई एवं ग्राम पंचायत सरपंच मनोज उयके को फोन पर सूचना दी गई श्रीमान मुख्य वन संरक्षक वन वृत बालाघाट के निर्देशन में तथा श्रीमती नेहा श्रीवास्तव वन मंडल अधिकारी उत्तर बालाघाट सामान्य एवं उपवनमंडल अधिकारी श्री तरुण कुमार डेहरिया के मार्गदर्शन में परिक्षेत्र उत्तर उकवा सामान्य के परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा अनेक क्षेत्रों में सेवा पर पर्व के उपलक्ष में वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में दिनांक 17 सितंबर 2025 को माननीय प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन के अवसर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक परिसर स्कूल कॉलेज शासकीय भवन शासकीय परिसर में पौधा लगाकर वनों के संवर्धन हेतु संदेश दिया जाना है। परिक्षेत्र अंतर्गत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक विभिन्न जगहों पर वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा। वन एवं पर्यावरण हमारे अमूल धरोहर है इसको बचाना और सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है विश्वकर्मा जयंती हर साल 17 सितंबर को मनाई जाती है क्योंकि यह दिन कन्या संक्रांति के दिन पड़ता है जिस दिन सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करते हैं. हालाँकि कुछ मान्यताओं में भगवान विश्वकर्मा के जन्म को माघ शुक्ल त्रयोदशी या भाद्रपद की अंतिम तिथि से जोड़ा जाता है लेकिन कन्या संक्रांति के आधार पर ही विश्वकर्मा पूजा किया गया जिसमें सर्वप्रथम विश्वकर्मा भगवान की स्थापना की गई तत्पश्चात हवन पूजन किया गया एवं भंडारा वितरण किया गया प्राप्त जानकारी अनुसार महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पोषण को मजबूत करने के उद्देश्य स्वास्थ्य नारी सशक्त परिवार अभियान की शुरुआत की जा रही है यह विशेष अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा अभियान के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और विद्यालयों में स्वास्थ जांच शिविर पोषण जागरूकता कार्यक्रम और परामर्श सत्र आयोजित किए जाएंगे गर्भवती महिला धात्री माता किशोरियों और बच्चों के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी इनके साथ ही पोषण माह से जुड़ी गतिविधियां भी चलाई जाएगी जिसमें आयरन व फोलिक एसिड की खुराक एनीमिया से बचाव टीकाकरण और संतुलित आहार पर विशेष जोर दिया जाएगा अधिकारियों के अनुसार अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि हर महिला को स्वस्थ जीवन शैली के लिए आवश्यक जानकारी और सुविधाएं समय पर मिल सके स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और मजबूत समाज की नीव है इसी सन्देश को आगे बढ़ाने के लिए यह पहल की जा रही है विधानसभा परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम कातोली के ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें बरसात के मौसम में नेहरा नदी पर पुल नहीं होने से किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है बरसात के मौसम में अगर कोई महिला गर्भवती है तो उसकी डिलीवरी टाइम पर नहीं हो पाती हैं क्योंकि आवागमन 4 महीने तक पूर्णतः बंद हो जाता है लगभग बरसात के 4 से 6 महीने के दौरान बच्चे स्कूल नहीं जा पाते जिससे उनको बालाघाट मुख्यालय के हॉस्टल में एडमिशन नहीं मिल पाता क्योंकि जब वह स्कूल ही नहीं जा पाते हैं तो उनके प्रतिशत कम आते हैं और उन्हें प्रवेश हॉस्टल में नहीं दिया जाता है बरसात के इस मौसम में अगर किसी की तबीयत खराब हो जाए तो ना हम उसको नदी पार करके डॉक्टर के पास ले जा सकते हैं ना ही डॉक्टर हमारे पास पहुंच पाता है ऐसी न जाने कितनी तकलीफों का सामना ग्राम कातोली के ग्रामीणों को करना पड़ रहा है