केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का किराया महँगा हो गया है ।उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण यू का डा हेली सेवा के किराए में 45.86 की बढ़ोतरी कर दी है। किराये की नई दरें 15 सितंबर से संचालित होने वाली हेली सेवाओं पर लागू हो पाएगी । आपको बात दे इस साल दो मई 2025 को केदारनाथ हेली सेवा का संचालन शुरू हुआ था। शुरुआत में उत्तरकाशी वह केदारघाटी में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के चलते हेली सेवा का संचालन प्रभावित रहा जिसके बाद इसको बंद कर दिया गया था लेकिन अब सितंबर से हेली सेवा शुरू हो जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तराखंड में 15 हजार से अधिक शिक्षकों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। अदालत ने 2011 से पहले नियुक्त सभी शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनिवार्य कर दी है। इस फैसले को लेकर शिक्षक संघ आंदोलन की राह पर है और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शिक्षकों के समर्थन में उतर आए हैं। उनका कहना है कि 15–20 साल से पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए अब टीईटी पास करना संभव नहीं है। उन्होंने राज्य सरकार से केंद्र के सहयोग से सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने की अपील की ताकि पुराने शिक्षकों की नौकरी पर खतरा न आए। रावत का तर्क है कि नए बैच के शिक्षक यह परीक्षा दे सकते हैं लेकिन लंबे समय से सेवा दे रहे शिक्षकों पर इसे लागू करना अन्याय होगा। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितम्बर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य पखवाड़ा आयोजित करने की व्यापक तैयारियां तेज कर दी हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने राज्य सचिवालय में विभागीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य आम जनता तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना है। स्वास्थ्य पखवाड़े के दौरान प्रदेशभर में मेडिकल कॉलेजों जिला व उप जिला चिकित्सालयों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और उप केन्द्रों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। देहरादून में हिमालय दिवस मनाया गया इस अवसर पर आईआरडीटी ऑडिटोरियम में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की साथ ही टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय भी कार्यक्रम में मौजूद रहे इस दौरान मुख्यमंत्री ने हिमालय दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामना देते हुए कहा कि हिमालयी क्षेत्रों में सामाजिक विकास की आवश्यकता है साथ ही हमे पर्यावरण की रक्षा के लिए विशेष कदम उठाने की जरूरत है सीएम धामी ने जनता से भी अपील की सभी को पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए पेड़ पौधों लगाने चाहिए ओर इकॉलोजी एवं इकोनॉमी में समन्वय के साथ कार्य करना होगा भावी पीढ़ियों के लिये हिमालय की सुंदरता तथा जैव विविधता को संरक्षित रखना हम सबका दायित्व है हिमालय हमारे जीवन से जुडा विषय होने के नाते इसके संरक्षण का दायित्व भी हम सभी का है पर्यावरण संरक्षण उत्तराखण्डवासियों के स्वभाव में है हरेला जैसे पर्व प्रकृति से जुड़ने की हमारे पूर्वजों की दूरगामी सोच का परिणाम है। उत्तरखंड सरकार उत्तराखंड के टूरिज्म को लेकर अनेक योजनाओं का क्रियावन कर रही है ताकि उत्तराखंड के टूरिस्ट को आगे बढ़ाया जा सके प्रदेश की इकोनामी में भी बढ़ोतरी की जा सके। सरकार उत्तराखंड में होमस्टे को लेकर भी लगातार पहले कर रही है। बहरी राज्यों से आने वाली टूरिस्ट को अच्छी सुविधा दी जाए इसको लेकर भी लगातार मंथन किया जा रहा है। सरकार के टूरिज्म विभाग द्वारा एक निजी होटल में कार्यक्रम किया गया जिसमें उत्तराखंड के टूरिज्म को लेकर बातचीत की गई। इस विषय पर बात करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा आज के कार्यक्रम में उत्तराखंड के अलग-अलग स्थान से आए स्टायहोल्डर के साथ चर्चा की गई। उत्तराखंड के टूरिज्म को आगे बढ़ाया जा सके। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज काशीपुर के बड़ा गुरुद्वारा ननकना साहिब पहुँचे। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा में मत्था टेका व प्रदेश के सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। इसके उपरांत उन्होंने गुरुद्वारा पहुँचकर माननीय मुख्यमंत्री ने गुरु तेग बहादुर जी के चरणों में शत-शत नमन करते हुए गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी दिवस पर आयोजित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर द्वारा आसाम से अमृतसर तक नगर कीर्तन (पदयात्रा) में आये सभी संगत सदस्यों एवं उपस्थित महानुभावों का देवभूमि उत्तराखंड के समस्त नागरिकों की ओर से हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि ये मेरा परम सौभाग्य है कि मुझे आज गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के पावन अवसर पर आयोजित शहीदी नगर कीर्तन यात्रा की संगत का हिस्सा बनने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये नगर कीर्तन यात्रा असम के श्री धोबड़ी साहिब से प्रारंभ होकर विभिन्न राज्यों से होते हुए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचकर पूर्ण होगी जो कि लगभग 2500किमी की है।