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19-Jul-2025

खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा मार्गदर्शन मैदान में उग रही लापरवाही फोटो कॉपी सेंटर संचालक की गिरफ्तारी को कांग्रेस नेता ने बताया अवैध पुलिस कार्यवाही पर उठाए सवाल पूर्ण श्रावण मास तक अखंड रामायण: गायखुरी में श्री कृष्ण ग्रुप की अनोखी पहल जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग में खेल अधिकारी के.के चौरसिया के स्थानांतरण के बाद उनके स्थान पर अन्य अधिकारी नहीं पदस्थ होने से नव-निर्मित एस्टोटर्फ मैदान की देख-रेख सही तरीके से नहीं हो पा रही है। मैदान के आस-पास कचरा उगने लगा है। इसके अलावा हॉकी प्रशिक्षक की भी कमी है। जिससे हॉकी खिलाडिय़ों में मायूसी नजर आ रही है। खिलाडिय़ों के खेल की बारिकियां सीखने नहीं मिल रही है। पूर्व में हॉकी प्रशिक्षक श्रीमती सुनीता सिद्दीकी व सलीम सिद्दीकी द्वारा हॉकी खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था। लेकिन करीब दो माह से सलीम सिद्दीकी का स्वास्थ्य खराब होने से वे प्रशिक्षण नहीं दे पा रहे है वहीं सुनीता सिद्दीकी को भी जबलपुर अटैच कर दिया गया है। काफी समय से हॉकी खिलाडिय़ों के लिये कोच की सुविधा किये जाने मांग की जा रही है। लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बालाघाट. वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर हुए फर्जीवाड़ा प्रकरण में फोटो कॉपी सेंटर संचालक की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता महेश सहारे ने आपत्ति जताई है। उन्होंने पुलिस की कार्यवाही को अवैध करार देते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई है।शनिवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए महेश सहारे ने कहा कि लक्ष्मीनारायण सहारे की फोटो कॉपी दुकान से किसी भी प्रकार के शासकीय दस्तावेज तैयार या फर्जी तरीके से बनाए जाने की पुष्टि नहीं है। बावजूद इसके भरवेली थाना पुलिस ने उन्हें सहआरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया है।उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी सुमित ब्रम्हे के बयान के आधार पर लक्ष्मीनारायण सहारे को गंभीर धाराओं में गिरफ्तार किया है जो सरासर गलत है। सहारे ने इसे पुलिस की जल्दबाजी और गलत कार्यप्रणाली का उदाहरण बताया है।कांग्रेस नेता ने प्रशासन से इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष व स्वतंत्र जांच कराने और निर्दोष लोगों को परेशान न करने की मांग की है। हिन्दु धर्म संस्कृति में सावन मास को पवित्र माह माना जाता है। सावन मास में जगह-जगह धार्मिक अनुष्ठान व सुंदरकाण्ड अखंड रामायण पाठ आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन प्रभु श्रीराम की भक्ति और उनके जीवन के आदर्शो को याद करने का एक तरीका है। इसी कड़ी में सावन मास के अवसर पर श्री कृष्ण ग्रुप समिति गायखुरी बालाघाट द्वारा पूरे श्रावण मास भर जिले के अलग-अलग मंदिरों व धार्मिक स्थलों में अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिले सहित महाराष्ट्र राज्य की भजन मंडली द्वारा भी संगीतमयी अखंड रामायण पाठ की सुमधुर प्रस्तुति दी जा रही है। शुक्रवार को दादा दरबार हरिओम नगर गायखुरी में गुरू माऊली रामायण मंडल ग्राम सोनबिहरी जिला गोंदिया के द्वारा अखंड रामायण पाठ की प्रस्तुति दी गई। इसके एक दिन पूर्व गुरूवार को माता मंदिर गायखुरी में ग्राम लड़सड़ा वारासिवनी की रामायण मंडल द्वारा अखंड रामायण पाठ किया गया। अखंड रामायण पाठ का शुभारंभ 10 जुलाई को पुराना श्रीराम मंदिर बालाघाट से किया गया है पुलिस मुख्यालय भोपाल से जारी निर्देशों के तहत जिला पुलिस बल द्वारा रोजाना नशा मुक्ति जनजागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में विभिन्न आयोजन किए गए। नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देकर जहां नशे के खिलाफ लोगों को खड़े होने के लिए प्रेरित किया। वहीं लोगों को नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई।इस कार्यक्रम के तहत यात्री वाहनों में जागरुकता संबंधी पोस्टर चस्पा किए गए। लघु फिल्म का प्रदर्शन कर वाहन चालकों और आम नागरिकों को नशे के शारीरिक व मानसिक दुष्परिणामों की जानकारी दी। पुलिस का यह अभियान 30 जुलाई तक जारी रहेगा। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा से लगे झूलनापाठ जंगल में शनिवार को नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई। घटना में किसी भी प्रकार के जनहानि की खबर नहीं है। घटना के बाद पूरे इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है।एसपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि घटना में कोई भी नक्सली नहीं मारा गया है। जंगलों में सर्चिंग बढ़ा दी गई है जवानों को अलर्ट कर दिया गया है।जानकारी के अनुसार नक्सल विरोधी अभियान के तहत जवान नियमित सर्चिंग पर निकले थे तभी नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग की। इसके बाद नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गए।घटना के बाद से झूलनापाठ जंगल और आसपास के सीमावर्ती इलाकों में सर्चिंग तेज कर दी गई है। बौद्धों की आस्था का केन्द्र बोधगया स्थित महाबोधि महाविहार को गैर बौद्धों से मुक्त करने व बीटी एक्ट 1949 अधिनियम को समाप्त कर महाबोधि महाविहार का प्रबंधन पूरी तरह बौद्धों को सौंपे जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में 10 जुलाई से प्रारंभ शांतिपूर्ण अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन १९ जुलाई को भी जारी रहा। वहीं भदंत धम्म शिखर द्वारा आज सातवां दिन भी भूख हड़ताल जारी रहा। इसी मांग को लेकर महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन समिति द्वारा नगर में 20 जुलाई को भव्य रैली का आयोजन किया गया है। जिसमें जिले भर से करीब सैकड़ों बौद्ध अनुयायी शामिल होकर अपनी जायज मांगों को लेकर आवाज बुलंद करेंगे। उक्त जानकारी महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन समिति के महासचिव डॉ. अशोक डोंगरे ने दी। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगों पर सरकार अमल नहीं करती ये आंदोलन जारी रहेगा।