वैनगंगा नदी में बहा युवक एसडीईआरएफ टीम ने किया रेस्क्यू – मछली पकड़ने के दौरान बहा था युवक शहर में 14 स्थानों पर बनाए जाएंगे सुलभ शौचालय नगर पालिका अध्यक्ष ने किया स्थल निरीक्षण कॉलोनाइजर ने मूलभूत सुविधाओं का लाभ देने वादा कर की जा रही धोखाधड़ी बालाघाट जिले में वैनगंगा नदी में मंगलवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया। फॉरेस्ट कॉलोनी निवासी भानुप्रताप दुबे (25) मछली पकड़ते समय नदी के तेज बहाव में बह गया। अनियंत्रित होकर पानी में बहने के बावजूद युवक ने साहस दिखाते हुए नदी के बीच चट्टान और झाड़ियों को पकड़कर खुद को बचाया। घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और सफल रेस्क्यू कर युवक को सुरक्षित बाहर निकाला गया। थाना प्रभारी विजय सिंह राजपूत ने बताया कि युवक सुरक्षित है। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में नदी-नालों के किनारे जाने से बचें क्योंकि इस मौसम में जल प्रवाह अत्यधिक तेज होता है। नगर पालिका परिषद बालाघाट शहरवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 14 स्थानों पर सुलभ शौचालयों का निर्माण करने जा रही है। नगर पालिका ने इसके लिए आवश्यक भूमि का चयन कर लिया है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।नगर पालिका अध्यक्ष भारती ठाकुर और निकाय अमले ने चिन्हित स्थलों का निरीक्षण किया। अध्यक्ष ठाकुर ने बताया कि शौचालयों का निर्माण उन क्षेत्रों में होगा जहां आम लोगों की आवाजाही अधिक रहती है जिससे खुले में शौच की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में निर्माण प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी और कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाएगा ताकि जनता को जल्द लाभ मिल सके। जिले के लामता क्षेत्र स्थित पेट्रोल पंप रोड की एक कॉलोनी के निवासियों ने मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी समस्याएं रखीं। नागरिकों ने बताया कि कॉलोनाइजर द्वारा प्लॉट विक्रय करते समय सड़क बिजली और गार्डन जैसी मूलभूत सुविधाएं देने का वादा किया गया था लेकिन बीते पांच वर्षों में कोई सुविधा नहीं दी गई। बारिश में सड़क न होने से लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कलेक्टर से कॉलोनाइजर पर कार्रवाई करने और कॉलोनी में जल्द से जल्द मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि कॉलोनाइजर ने जानबूझकर धोखाधड़ी की है जिससे अनेक परिवार प्रभावित हो रहे हैं। प्रशासन ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संगठन ने आरोप लगाया कि चुनाव से पूर्व मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने किसानों को धान 3100 रुपये प्रति क्विंटल और गेहूं 2700 रुपये में खरीदने की गारंटी दी थी लेकिन छह माह बीतने के बावजूद किसानों को वादानुसार मूल्य नहीं मिला। महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है। धान की खरीद के बाद भी किसानों को आश्वासित राशि नहीं मिली जिससे वे आर्थिक संकट में हैं। संगठन ने अन्य चुनावी वादों के भी अधूरे रहने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। किसानों ने वादों को शीघ्र पूरा करने की मांग की। मध्य प्रदेश सरकार व पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्त अभियान के तहत लामता नगर में जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली पुलिस विभाग स्कूली बच्चों ग्रामवासियों व पत्रकारों की उपस्थिति में नगर के विभिन्न चौराहों से होते हुए गांधी चौक तक पहुँची। वहाँ सभी को नशा मुक्त रहने की शपथ दिलाई गई। सरपंच हुलासमल कोचर ने युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी वहीं थाना प्रभारी नितिन पटेल ने बताया कि नशा केवल व्यक्ति नहीं पूरे परिवार को प्रभावित करता है। उन्होंने सभी को नशे की लत से बचने का संदेश दिया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत पुलिस स्टाफ विद्यालयों के विद्यार्थी पत्रकार और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार शुरू हुए नशे से दूरी - है जरूरी अभियान के तहत थाना हट्टा बालाघाट में मंगलवार को ऑपरेशन प्रहार के अंतर्गत नशा मुक्ति रैली का आयोजन किया गया। रैली शासकीय माध्यमिक विद्यालय से प्रारंभ होकर नगर भ्रमण करते हुए थाना परिसर में समाप्त हुई। स्कूली छात्रों ने नारे लगाकर नगरवासियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया। कार्यक्रम में नगर निरीक्षक जनप्रतिनिधि व नागरिकों की उपस्थिति में नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। थाना प्रभारी अविनाश राठौर ने पत्रकार वार्ता में बताया कि नशा व्यक्ति परिवार और समाज के लिए अत्यंत घातक है। उन्होंने सभी से नशे से दूर रहने और दूसरों को भी जागरूक करने की अपील की। बड़ी कुम्हारी गांव में सोमवार को ट्रांसफार्मर बदलने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने का मामला गरमा गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी देकर थाने में बैठाया गया। मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण जनसुनवाई में पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 200 केवीए ट्रांसफार्मर की आवश्यकता है लेकिन विभाग केवल 100 केवीए लगा रहा है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को गैरवाजिब बताते हुए कोतवाली थाना प्रभारी पर सख्त कार्रवाई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।