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09-Jul-2025

जिला चिकित्सालय के स्टोर रूम से 9 लाख की दवा चोरी फार्मासिस्ट समेत दो गिरफ्तार कलेक्टर ने घोषित की छुट्टी लगाई स्कूल आदेश की अवहेलना PG कॉलेज के छात्रों से हॉस्टल न छिने: अनु‍भा मुंजारे की प्रशासन को चेतावनी बालाघाट। जिला चिकित्सालय स्थित ट्रामा सेंटर के स्टोर रूम से लाखों रुपए की दवाओं की चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस चोरी का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि स्वास्थ्य विभाग का ही एक फार्मासिस्ट निकला। जिला चिकित्सालय में हुई इस चोरी ने अस्पताल प्रबंधन के व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है।गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मोहगांव धपेरा के स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ फार्मासिस्ट जैनीश टेकाम (36) निवासी वार्ड क्रमांक 10 गर्रा बालाघाट शामिल है। वहीं उसका साथी मनदीप टेकाम (27) निवासी गर्रा बालाघाट भी इस आपराधिक कृत्य में संलिप्त पाया गया।पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 9 लाख रुपए मूल्य की दवाएं एक स्कूटी और एक चौपहिया वाहन जब्त किया है।इस मामले में ट्रामा सेंटर के स्टोर रूम की प्रभारी ऋचा हरिनखेड़े की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान संदेह के आधार पर पूछताछ की गई जिसमें आरोपियों की संलिप्तता उजागर हुई।सीएसपी वैशाली सिंह ने बताया कि आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और उनके बयानों के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि इस चोरी में और लोग भी शामिल हो सकते हैं। बालाघाट. जिले के ग्राम पंचायत उकवा के वार्ड क्रमांक 6 में संचालित निजी स्कूल वीणा सागर 9 जुलाई को कलेक्टर द्वारा घोषित अवकाश के बाद भी खुली रही। स्कूल में करीब 70 बच्चे उपस्थित रहे। इस स्कूल में कक्षा केजी वन से आठवीं तक कक्षाएं संचालित होती है। बता दें कि जिले में गत दो दिनों से हो रही अनवरत बारिश के चलते नदी नाले उफान पर होने से कलेक्टर द्वारा 9 जुलाई की स्कूलों के अवकाश घोषित किया गया था। लेकिन छुट्टी के अवकाश के बावजूद स्कूल संचालक द्वारा क्लास लगाई गई। वहीं जिला मुख्यालय सहित क्षेत्र की स्कूलें बंद रही। जिससे वीणा सागर स्कूल में कक्षाएं संचालित होने से इसकी चर्चा लोगों के बीच चलते रही कि इस स्कूल में कलेक्टर का आदेश नहीं मिला क्या जहां स्कूल संचालक द्वारा अवकाश घोषित होने के बाद भी बच्चों को स्कूल में कक्षाएं लगाकर अध्ययन कराया गया। इस संबंध में स्कूल के डायरेक्टर जी.एस ठाकरे ने बताया कि इस स्कूल में कक्षा के.जी वन से 8 वीं तक कक्षाएं संचालित है। स्कूल में करीब 3०० बच्चे दर्ज है। 9 जुलाई को करीब 70 बच्चे स्कूल पहुंचे थे जिससे कक्षाएं लगाई गई है। इस दौरान स्कूल में शिक्षकगण भी मौजूद रहे और बच्चों को पढ़ाते नजर आये। विधायक अनुभा मुंजारे ने बयान जारी कर शासकीय एक्सीलेंस जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रावास को अब एनसीसी कार्यालय के लिये आंबटित किये जाने का विरोध किया हैं। विधायक अनुभा मुंजारे ने छात्रहित में बात रखते हुये कहा कि उन्हे बगैर विश्वास में लिये प्रशासन ने पीजी कालेज के छात्रावास को एनसीसी कार्यालय के लिये कैसे आबटित कर दिया यह बहुत ही आपत्तिजनक है। जिसे वह कतई बर्दाश्त नहीं करेगें। उन्होने कहा कि पीजी कालेज के छात्रावास में 20 से 25 गरीब विद्यार्थी वहां पर रहकर पढ़़ई कर रहे है। ये ऐसे बच्चे है जो किराये से रहने में असमर्थ हैं और गरीब परिवार के होने से उन्होने कालेज के छात्रावास में रहकर पढ़़ऩा उचित समझा है। ऐसे गरीब परिवार के बच्चों के भविष्य के साथ प्रशासन खिलवाड़़ कर रहे है। प्रशासन को इस छात्रावास खाली रहने पर आंबटित कर रहे होते तो समझ में आ सकता है लेकिन जहां पर दो दर्जन बच्चे पहले से रहकर पड़ रहे है और उस छात्रावास को एनसीसी कार्यालय के लिये एनसीसी आफिसरों को क्यों आंबटित कर दिया गया वारासिवनी क्षेत्र के ग्राम बासी स्थित इथेनॉल प्लांट में जा रहे लोडेड ट्रकों की लापरवाही से मंगलवार रात ग्राम झालीवाड़ा में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। एक भारी वाहन की टक्कर से विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गया और केबल टूट कर गिर गई जिससे एक मकान में शॉर्ट सर्किट हो गया। घटना के समय घर के सभी सदस्य मौजूद थे जिससे पूरे परिवार में दहशत का माहौल बन गया। सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई।हादसे के बाद रातभर इथेनॉल प्लांट का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया। अगले दिन बुधवार को ग्रामीणों ने चकाजाम कर विरोध प्रदर्शन किया और वाहन आवाजाही के लिए वैकल्पिक एवं सुरक्षित मार्ग बनाए जाने की मांग की। केन्द्र सरकार द्वारा देश के करोड़ों श्रमिकों के विरोध के बावजूद चार श्रम संहिताओं के माध्यम से श्रमिकों के संवैधानिक लोकतांत्रिक व ट्रेड युनियनों के अधिकारों को समाप्त करने का कार्य कर रही है। इन श्रम संहिताओं के प्रावधानों को पिछले दरवाजे से लागू करने की मंशा से राज्य सरकारों से श्रम कानूनों में परिवर्तन करवाया जा रहा है। श्रम कानूनों को समाप्त कर इन श्रम संहिताओं को लागू करने सरकार की आमजन व श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ ९ जुलाई को ट्रेड युनियनों के संयुक्त मोर्चा द्वारा राष्ट्रव्यापी हड़ताल किया गया। इसी कड़ी में जिला मुख्यालय में ट्रेड युनियनों के द्वारा स्थानीय धर्मशाला में बैठक व धरना प्रदर्शन कर रैली निकालकर शहर के प्रमुख मार्गो का भ्रमण करते हुये कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।