प्रदेश में नदियों के किनारे हो रहे अतिक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए हैं कि अतिक्रमण एक गंभीर विषय है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर उन्होंने कहा कि नदियों के किनारे सालों से रह रहे हैं लोगों के नियमितीकरण के लिए कैबिनेट में एक समिति का गठन किया गया है। जिन्होंने किसी प्रतीक जैसे मन्दिर या मस्जिद के रूप में सरकारी जमीनों पर कब्जा किया हुआ है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जबरन कब्जे किए हुए हैं वह खुद ही अपने कब्जों को हटा लें अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी उत्तराखंड में लव जिहाद के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। उत्तराखंड में लव जिहाद और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल लोगो की रोकथाम के लिए एक बार वैरिफिकेशन ड्राइव चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की लव जिहाद जैसी घटनाएं बर्दाश्त नही की जायेगी इसको लेकर वह उच्च स्तरीय बैठक करने वाले है। उत्तरकाशी की यमुना वैली हो या फिर दूसरे जनपदों के विभिन्न शहर राज्य में लव जिहद को लेकर जो आक्रोश देखने को मिल रहा है वह थमने का नाम नहीं ले रहा है और आम जनता का आक्रोश सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन रहा है । उत्तरकाशी के पुरोला में नाबालिक लड़की को दूसरे समुदाय के युवकों द्वारा भगाए जाने के बाद जो आक्रोश भड़का है उससे यमुना वैली के विभिन्न शहर विरोध और आक्रोश की आग में झुलसते नजर आ रहे है । आम जनता का यह विरोध सड़कों पर विशेष समुदाय के लोगों के लिए खतरा बनता हुआ नजर आ रहा है। उत्तराखंड राज्य अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर है इसी को और बेहतर करने के लिए राज्य सरकार भी अनेकों प्रयास कर रही हैं सरकार की मंशा है कि राज्य में अनेकों जगहों पर टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाई जाए जिससे कि चार धाम में आने वाले श्रद्धालु यहां के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ यहां वन्यजीवों का भी दीदार कर सकें। वही देहरादून के मालसी डियर पार्क में करीब 23 प्रजाति के पक्षियों को रखा गया है और 23 प्रजाति के ही जंगली जानवर सहित साँपो को भी रखा गया है। सितारगंज शक्ति फार्म के उड़ीसा के बालेश्वर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में शक्ति फार्म के राजनगर निवासी रंजीत ढाली बाल बाल बचे हादसे में घायल रंजीत ने सदमे से उबरने के बाद यहां अपने परिचित से वार्ता की रंजीत ट्रेन के s3 कोच में 52 नंबर सीट में सफर कर रहे थे फोन से रंजीत ने बताया कि शाम करीब 7:00 बजे बालेश्वर स्टेशन एवं मद्रक के बीच बालाचर गांव के पास दुर्घटना के बाद ऊपर वाले के चमत्कार से ही वह जिंदा बच गया