मकर संक्रांति का पावन पर्व हर बार 14 जनवरी को पड़ता है पर इस बार 15 जनवरी 2023 दिन रविवार को मनाया जाएगा. यह पर्व हिन्दू धर्म के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है. मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं. इस दिन मकर राशि में सूर्य प्रवेश कर जाते हैं और इसलिए ही इस दिन को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है. बहुत सी जगहों पर इसे खिचड़ी और उत्तरायण भी कहते हैं. मकर संक्रांति पर प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं का मेला विभिन्न नदियों के घाटों पर लगता है. इस शुभ दिन तिल खिचड़ी का दान करते हैं. मकर सक्रांति स्नान पर्व का काफी महत्व है क्योंकि मकर संक्रान्ति के पर्व के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते है इसी के साथ ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण भी हो जाते है ऐसी मान्यता है की मकर संक्रान्ति के दिन गंगा स्नान करने के उपरांत तिल और खिचङी के साथ वस्त्रों का दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है आज मकर सक्रांति स्नान पर्व पर देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं पुलिस प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं पूरे मेला क्षेत्र को 7 जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया गया है बागेश्वर मे मकर संक्राति के पावन पर्व पर सरयू गोमती नदियों के संगम पर भगवान बागनाथ मंदिर के समीप आयोजित होने वाले ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले की झांकी के साथ भव्य शुरूआत हो गई है.झांकी की शुरुआत जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने हरी झंडी दिखाकर किया. इस मौके पर कपकोट विधायक जिला पंचायत अध्यक्ष नगर पलिका अध्यक्ष सहित कई लोग मौजूद रहे साथ ही इस ऐतिहासिक मेले के उद्घाटन को देखने बडी संख्या मे लोग पहुंचे. जनपद उत्तरकाशी के पहाड़ी इलाकों में बर्फबरी शुरू हो गई है गंगोत्री यमुनोत्री हर्षिल मुखवा धराली शाम से ही यह पर बर्फ बरी शुरू हो गई है यही किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं क्योंकि बर्फ गिरने से सेव के बागानों के लिए भी बहुत लाभ दायक मानी जाती है क्योंकि इस वक्त सेब के लिए बहुत जरुरी थी साथ में अगर हम बात करें तो इससे किसानों के साथ-साथ जंगलों पर भी इसका बहुत अच्छा असर पड़ता है क्योंकि बर्फबारी होने से पानी भी रीसायकल हो जाता है जिससे पानी की कमी नहीं होती है जिस तरह पहाड़ों में सूखी ठंड चल रही थी जिसके कारण अनेकों प्रकार की बीमारियां खांसी जुखाम हो रहे थे अब बर्फ गिरने से काफी असर पड़ेगा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कई मुद्दों को लेकर प्रेस वार्ता की और सरकार पर जमकर हमला किया. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जोशीमठ आपदा में लोगों को हर महीने 5000 देने पर आपत्ति जताई और सरकार की कैबिनेट को ढोंग बताया. गोदियाल ने कहा कि जोशीमठ में लोगों ने अपना आशियाना खो दिया और सरकार पीडितों को ₹5000 रुपये देकर मजाक कर रही है. इसी साल गणेश गोदियाल ने अंकिता भंडारी हत्याकांड समेत पटवारी लेखपाल भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर भी सरकार को घेरा उत्तराखंड प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त करने के लाख दावे सरकार करती हो लेकिन आज भी आम जनमानस को सरकारी अस्पताल में इलाज मिल पाना बहुत ही मुश्किल है किच्छा से सटे गांव गिधपुरी निवासी जवाहर लाल की किच्छा के सरकारी अस्पताल में इलाज के दोरान मृत्यु हो गई परिजनों ने आरोप लगाया कि समय पर इलाज में एंबुलेंस न मिलने के चलते डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मृत्यु हुई वहीं डॉक्टरों का कहना है कि मरीज इससे पूर्व ऋषिकेश के एम्स से इलाज करा रहा था और लगातार बीमार चल रहा था जब आज प्रातः परिजन उसे लेकर किच्छा के सरकारी हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें रेफर कर दिया वही रेफर के दौरान समय पर 108 एंबुलेंस न मिलने के चलते मरीज की हॉस्पिटल में ही मौत हो गई