मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन रहा। विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम ने विपक्ष के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जिस पर बुधवार 21 दिसंबर को चर्चा होगी । विपक्ष ने 51 मुद्दों पर करीब 104 पेज का आरोप-पत्र तैयार किया है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने विधायकों के साथ विधानसभा अध्यक्ष को आरोप पत्र सौंपा था । इससे पहले 2011 में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी। विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। आरोप पत्र में पोषण आहार घोटाला शराब की अवैध बिक्री महाकाल लोक ईओडब्ल्यू की भूमिका नेताओं की सुरक्षा और सम्मान में चूक विपक्ष के विधायकों से भेदभाव आदिवासियों के हितों की रक्षा में असफलता प्रदेश की खराब होती वित्तीय व्यवस्था सरकार पर लगातार बढ़ते कर्ज कारम डैम राम वन गमन पथ को नष्ट करने गोशालाओं की दुर्दशा नल जल योजना में भ्रष्टाचार अविवाहित बेटियों और विधवा महिलाओं को पेंशन न मिलने अनुकंपा नियुक्ति में बेटियों को नौकरी न देने जैसे मुद्दों समेत 51 बिंदुओं पर कांग्रेस सरकार पर हमला बोलने की तैयारी में है।