कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का एक पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. मंत्री पत्र में वो चार लोगों को अपने विभाग में नौकरी देने की सिफारिश कर रही हैं. वहीं इस समय इस पत्र का वायरल होना यह साबित कर रहा है कि जिन मंत्रियों और रसूखदार लोगों ने नौकरियों के लिए अपने करीबियों को तरजीह दी है, उनसे जुड़े सभी नए और पुराने मामले हर स्तर पर उजागर किए जा रहे हैं उत्तराखंड राज्य को बने हुए आज 22 साल बीत चुके हैं .... उत्तराखंड राज्य बनाने में महिलाओं की और युवाओं की अहम भूमिका रही थी वर्तमान में उत्तराखंड में युवाओं के साथ रोजगार को लेकर खिलवाड़ किया जा रहा है BJP प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पौड़ी जिले के दौरे पर रहे, श्रीनगर पहुँचे प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया, प्रदेश अध्यक्ष ने श्रीनगर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर मंडल व बूथ अध्यक्षो के साथ वार्ता कर पार्टी की नीति को जनता तक पहुँचाने की बात कही, वही कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत समेत रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी भी बैठक में मौजूद रहे, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस रही है, नियुक्तियो को लेकर कांग्रेस घड़ियाली आँसू बहा रही है, लेह में तैनात धर्मेंद्र गंगवार का पार्थिव शरीर जैसे ही प्रातः 8:00 लालकुआं स्थित उनके घर पहुंचा वैसे ही परिवार में कोहराम मच गया। आलम यह था कि हर किसी की आंख से आंसू छलक रहे थे, तो युवा और पूर्व सैनिक भारत माता की जय और धर्मेंद्र तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिंदुस्तान के नारे लगा रहे थे। अंतिम विदाई में हजारों लोगों का हुजूम उमड़ आया। महानगर कार्यकारी अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने यूके एसएसएससी,विधानसभा भर्ती, सहकारिता घोटाले को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुतला दहन किया आपको बता दें कि करीब सैकड़ों की संख्या में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हुए। जहाँ वे हाथों में पुतला और बैनर पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए एस्सले चौक होते हुए घंटाघर पहुँचे। घंटाघर से कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए वापस एस्सले चौक पहुँचे।जहां पहुंचकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला दहन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुई भर्तियों को लेकर साफ कहा कि इस मामले में आयोग में रहे दोनों अध्यक्षों और सचिव से भी पूछताछ होनी चाहिए ,,उन्होंने प्रिंटिंग प्रेस को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े किए,, प्रीतम सिंह का का साफ कहना है कि एसआईटी ने प्रिंटिंग प्रेस के मालिक को गिरफ्तार कर लिया,, लेकिन जिस कंपनी को टेंडर दिए गए थे,, उसको अभी तक ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया।। वही प्रीतम सिंह ने कहा कि 2014 से लेकर अब तक उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 88 भर्तियां की गई हैं ।। इनमें से कई भर्तियों पर धांधली के आरोप लगे । लेकिन आज तक आयोग के अध्यक्ष से किसी तरह की पूछताछ नहीं हुई,,