राजधानी देहरादून में रेसकोर्स स्तिथि पुलिस लाइन में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृत्ति योजना का शुभारम्भ सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नें किया, इस दौरान खेल मंत्री उत्तराखंड रेखा आर्य और विधायक विनोद चमोली भी मौजूद रहे, वहीँ मुख्यमंत्री के समक्ष महाराष्ट्र का राजकीय खेल मलखम का भी प्रदर्शन किया गया.. इस दौरान मुख्यमंत्री नें अपने सम्बोधन में कहा खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यान चंद जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं उन्होंने भारत का नाम विश्व मे रोशन किया, ध्यान चंद का समय हॉकी का स्वर्णिम समय था. सरोवर नगरी नैनीताल में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस भारत की कल्पना की है उसको हम सब को मिलकर साकार करना होगा। उन्होंने कहा 2014 से पहले का भारत दबा कुचला हुआ था । जब से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बने हुए हैं भारत ने कई उपलब्धि हासिल कर ली है । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 18 करोड़ 05 लाख रुपये की सरोवरनगरी नैनीताल में पारम्परिक शैली की कुल 10 योजनाओं का लोकार्पण एवम शिलान्यास किया। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ट नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आज शहीद स्मारक में मौन धरना दिया. धरना देने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. गणेश गोदियाल ने कहा की आज प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है लेकिन दूसरी तरफ मंत्री अपने लोगों को नौकरियां दे रहे हैं जिस तरह से UKSSSC में घोटाला हुआ जैसे विधानसभा में नौकरियों को लेकर घोटाला हुआ उसकी जांच सीबीआई के साथ साथ हाईकोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में होना चाहिए. भगवानपुर क्षेत्र क गाँव गांजा मजरा में श्मशान पर सियासत हो रही है। जद्दोजहद के बाद श्मशान घाट के लिए जगह तो मिली लेकिन उसपर निर्माण कराने को लेकर दो गुट आमने सामने है, बड़ी बात ये है कि श्मशान घाट में बनने वाली छतरी का शिलान्यास भी क्षेत्रीय विधायक द्वारा किया जा चुका है लेकिन उसके बावजूद भी काम को रुकवा दिया गया, जब ग्रामीणों ने काम रुकवाने की वजह जानी तो उच्चाधिकारियों के मौखिक आदेश का हवाला दिया गया। जबकि ग्रामीण श्मशान घाट से संबंधित सभी सरकारी काजग कंप्लीट होने का दावा कर रहे है। कोतवाली रानीपुर में सीओ ऑप्स निहारिका सेमवाल ने ऑपरेशन मुक्ति को लेकर चलाए जा रहे अभियान भिक्षा नहीं शिक्षा को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन मुक्ति वर्ष 2018- 19 मैं चलाया गया था कॉविड के कारण बीच में बंद करना पड़ा 2022 में इसे फिर से रिन्यू किया गया है उन्होंने बताया कि ऑपरेशन मुक्ति का मुख्य उद्देश्य भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को शिक्षा देकर शिक्षित करना है उन्होंने धर्म नगरी धार्मिक स्थल होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रहती है जिसके चलते भिक्षा मांगने वाले बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है