प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीब तबके में निवास करने वाली जनता के लिए एक महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना बनाई है जिसका लाभ सीधे तौर पर उन गरीब लोगों को मिल सके जो कच्चे मकानों में अपना जीवन यापन कर रहे हैं इस योजना के अंतर्गत ऐसे गरीब तबके का सर्वे कर सूची बनाई जाती है जिसमे उन्हें इस योजना का लाभ मिल सके । लेकिन हालात कुछ और बयां करते नजर आ रहे हैं मामला है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुधनी का जहां नगर परिषद बुधनी में बरसों से निवास कर रहे कई परिवार आज भी टूटे हुए घरों में निवास करने पर मजबूर हैं उनकी दयनीय स्थिति का अंदाजा आप इन तस्वीरों में देख कर लगा सकते हैं किस परिस्थिति में यह परिवार अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहे हैं । कई गरीब परिवारों ने अपनी पीड़ा में बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर पर भी हमें इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है। वहीं कुछ लोग जिनको आप इस योजना में लाभ तो। मिला है किंतु पुरी राशी न मिलने के अभाव में आज भी किराए के मकान से अपना जीवन यापन कर रहे हैं और अपने आवास को पूरा करने की आस लगाए बैठे हैं । वहीं लोगों ने इस योजना में अपात्र लोगों को भी लाभ पंहुचाने का आरोप लगाया है । वहीं दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार हाल ही में एक लिस्ट जारी होने वाली है इस सूची में नगर परिषद के कर्मचारियों ने सर्वे में ऐसे लोगों के नाम भी शामिल किए हैं जो पहले से ही साधन सम्पन्न हैं । अगर बुधनी में इस तरह के भ्रष्टाचार और लापरवाही होगी तो पुरे प्रदेश की स्थिति क्या हो सकती है यह अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं ।