मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को आई.आई.पी मोहकमपुर में भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के 63वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की । इस दौरान मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर और डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। वही मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि आज बैसाखी, भगवान महावीर जयंती, डा. भीमराव अंबेडकर जयंती और सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान स्थापना दिवस है। उन्होंने कहा कि देश में जीवाश्म ईंधन से नवीकरणीय ईंधन की ओर बढ़ने की यात्रा में भारतीय पेट्रोलियम संस्थान का अहम योगदान रहा है अखिल भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 131 वी जयंती पर समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न लोगों को सम्मानित किया गया इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और सभी लोगों को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती की शुभकामनाएं प्रेषित की संविधान के निर्माता ,भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्य जी ने माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि दी।इस मौके पर उनके साथ अनेकों कांग्रेसजन भी उपस्थित थे जिसमे मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ,रकित वालिया ,विकास, नेगी,राहुल सोनकर ,ऋषभ जैन,सुधांशु पुंडीर,राकेश लाल,गौतम ,मोहन काला,गुलशन सिंह आदि उपस्थित थे। बैशाखी स्नान पर्व आज, धर्मनगरी हरिद्वार में श्रद्धालु भक्तों का गंगा स्नान जारी, बैशाखी स्नान के लिए सुबह से ही श्रद्धालु हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचने लगे थे और हर-हर गंगे जय मां गंगे के जयघोष के साथ स्नान का क्रम शुरू हो गया था। स्नान पर्व पर हरिद्वार में भक्तों का गंगा स्नान जारी, जयघोष के साथ स्नान का श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद दान पुण्य भी कर रहे हैं। इस कारण मंदिरों में काफी भीड़ है और बाजारों में भी भीड़ नजर आ रही है। गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय के स्थापना के 120 वर्ष पूर्ण होने पर वार्षिकोत्सव, साथ वैशाखी पर्व और प्रेरणा कार्यक्रम का समापन समारोह बड़े ही धूमधाम एवं भव्य ढंग से सम्पन्न हुआ। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय भारत के जनमानस के विश्वास का केंद्र रहा है, यहाँ की बौद्धिक क्षमता को पूर्व में ही विदेशी विश्वविद्यालयों ने भी मान्यता प्रदान की है, डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय त्याग एवं बलिदान की परम्परा से विकसित हुआ हुआ है उत्तराखंड में हर साल सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है वहीं कॅरोना काल के चलते पिछले दो वर्षों से इस तरह के कार्यक्रमों पर विराम सा लग गया , लेकिन इस बार विरासत आर्ट एंड हेरिटेज फेस्टिवल का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह मेला देहरादून के कौलागड रोड ओएनजीसी ग्राउंड में 15 अप्रैल से 29 अप्रैल तक चलेगा