भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत अध्यक्ष पंडित आलोक मिश्रा ने जबलपुर जोन के लोक निर्माण विभाग में पदस्थ मुख्य अभियंता एससी वर्मा पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एससी वर्मा ने शपथ पत्र दिया है कि उनका जाति से जुड़ा प्रकरण भारत सरकार के अनूसूचित जनजाति आयोग में जांच हेतु लंबित है, लेकिन सूचना के अधिकार में आयोग की तरफ से ऐसी किसी भी जांच के लंबित होने से इंकार किया है। पं. आलोक मिश्रा ने कहा कि विगत 20 साल से एक ही जिले में पदस्थ रहते हुए उन्होंने पदोन्नति का लाभ लिया है ,जबकि शासन के निर्देश है कि तीन साल से ज्यादा एक स्थान पर पदस्थापना नहीं की जा सकती है। पं. आलोक मिश्रा ने दावा किया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करके करीब 200 करोड़ रुपये की गड़बड़ी की गई है। ।पत्रकारवार्ता में असीम त्रिवेद्वी, आशीष त्रिवेद्वी आदि मौजूद रहे।