बालाघाट. डाली दमाहे हत्याकांड में कथित आरोपी विहिप के प्रांत मंत्री ललित पारधी की गिरफ़्तारी को लेकर पुलिस ने जो रवैया अख्तियार किया है उसको लेकर सर्व समाज में आक्रोश देखा जा रहा है। यदि प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट नहीं की तो यह आक्रोश फूटकर सड़कों पर आ सकता है। दरअसल मंगलवार की रात दमोह में ललीत पारधी की गिरफ़्तारी के बाद विहिप के प्रांतीय संगठन ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था और आज भी उन्होंने किसी प्रकार का गिरफ़्तारी को लेकर खंडन नहीं किया है। वहीं दूसरी ओर बालाघाट में खासकर सोशल मीडिया में यह खबर चल रही है कि ललीत पारधी को पुलिस ने छोड़ दिया है। वहीं पुलिस के सूत्र कह रहे है कि पारधी को गिरफ़्तारी ही नहीं किया गया। जब गिरफ़्तारी नहीं हुई तो विहिप का आंदोलन क्यों और पुलिस ने मौन क्यों साध रखा है यह सर्व समाज पूछ रहा रहा है।