मध्यप्रदेश में फिर आया ब्लैक फंगस मध्यप्रदेश में तीसरी लहर का पहला केस ब्लैक फंगस केस इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर में ब्लैक फंगस का पहला केस सामने आया है। खरगोन की एक महिला कोरोना से संक्रमित हो गई थी। उपचार के बाद जबड़े में ब्लैक फंगस मिला था। डॉक्टरों का कहना है सर्जरी के बाद अब महिला की हालत में सुधार है। 15 जनवरी को खरगोन में रहने वाली 37 वर्षीय महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उसे इंदौर के सीएचएल अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां से 5 दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था। 48 घंटे में बदलना पड़ा नर्मदापुरम का नाम नर्मदा जयंती पर जल मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भले जिले का नाम नर्मदापुरम करने की आधिकारिक घोषणा कर दी, लेकिन केंद्र सरकार के अधीन विभागों के पास आदेश नहीं पहुंचा है। नतीजतन, अभी भी मुख्यालय पर केंद्रीय विभागों में होशंगाबाद का नाम नहीं बदला गया। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर होशंगाबाद की जगह नर्मदापुरम के लगाए गए साइन बोर्ड दो दिन बाद हटा दिए गए। हिजाब पर अब पोस्टर 'वॉर' कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद भोपाल और इंदौर के बाद अब उज्जैन भी पहुंच गया है। असामाजिक तत्वों ने शहर की फिजा बिगाड़ने की कोशिश की है। गुरुवार सुबह कलेक्ट्रेट के निर्वाचन कार्यालय के बाहर दीवार पर हिजाब को लेकर विवादित पोस्टर चिपका दिया। इसमें गंदे शब्दों में कमेंट किया गया है। नीचे अल्लाह हू अकबर भी लिखा है। उत्तर में बर्फबारी से मध्यप्रदेश में ठिठुरन उत्तर भारत में बर्फबारी के कारण मध्यप्रदेश में मौसम बदल गया है। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। रात का पारा साढ़े 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया। भोपाल और पचमढ़ी में प्रदेश के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान लुढ़क गया। खजुराहो, जबलपुर और रीवा में घना कोहरा रहा। भोपाल में एक दिन पहले रात का पारा 14.6 डिग्री सेल्सियस था। दीपक की लौ से झुलसी मासूम की मौत इंदौर के विजयनगर इलाके में रहने वाली एक 9 साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची शाम को मंदिर में दीपक लगा रही थी। इस दौरान वह झुलस गई थी। घटना के अगले दिन गुरुवार सुबह उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बच्ची के पिता ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। नरसिंहपुर में विधायक पति को दिल का दौरा! कांग्रेस पार्टी से गाडरवारा विधायक सुनीता पटेल के पति सुरेंद्र पटेल मंझले भैया की धरना स्थल पर अचानक तबीयत खराब हो गई। अचानक सीने में दर्द की शिकायत के बाद सुरेंद्र पटेल को धरना स्थल से निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जबलपुर के निजी अस्पताल में रेफर किया गया है।