CM शिवराज ने दी kamal Nath को बधाई मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का आज 75 वा जन्मदिन है। कमल नाथ के राजधानी भोपाल स्थित आवास पर उन्हें बधाई देने वाले का हुजूम उमड़ पड़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट के माध्यम से कमलनाथ को जन्मदिन पर बधाई दी । कृषि मंत्री कमल पटेल ने दिया आजादी पर बयान अभिनेत्री कंगना रनोट के बाद अब प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने आजादी पर बयान दिया है। मंत्री ने कहा कि देश में गांवों को आर्थिक आजादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिलाई है। उन्होंने कहा कि हमारे देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को ही मिली, लेकिन ये राजनीति और स्वतंत्रता की आजादी है। महाआर्यमन ने तलवार से केक काटा ग्वालियर में बुधवार रात जय विलास पैलेस में सिंधिया घराने की अगली पीढ़ी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन का 26वां का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। पहली बार वह सार्वजनिक रूप से लोगों के बीच आए। इस दौरान महाआर्यमन ने राजसी अंदाज में तलवार से केक काटा। आदिवासी को साधने बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने मध्य प्रदेश में आदिवासी वोटर्स को साधने के लिए बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। जनजातीय गौरव दिवस का समापन समारोह 22 नवंबर को मंडला में आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां विभिन्न योजनाओं से आदिवासी हितग्राहियों को लाभान्वित करेंगे। इधर, कमलनाथ 24 नंवबर को आदिवासी विधायकों और 89 ट्राइबल ब्लॉक के पदाधिकारियों की बैठक भोपाल में करने जा रहे हैं। घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी भोपाल. मध्य प्रदेश के लाखों बकायादार घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है. प्रदेश में समाधान योजना लागू हो गयी है. इस योजना में बकाया बिजली बिल की 100% सरचार्ज राशि के साथ 40 फीसदी मूल बकाया राशि माफ की जा रही है. 50 फीसदी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज मध्य प्रदेश की 50 फीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. हालांकि, लक्ष्य हासिल करने के लिए रोज 7 लाख से ज्यादा डोज लगाने होंगे. सरकार और प्रशासन ने इसके लिए दिसंबर महीना निर्धारित किया है. वैकुंठ चतुर्दशी को गोपाल मंदिर पहुंचे महाकालेश्वर उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर हरि से मिलने कार्तिक माह की वैकुंठ चतुर्दशी को गोपाल मंदिर पहुंचे। महाकाल को फूलों से लदी पालकी में बैठाया गया। कलेक्टर और एसपी ने रात 11 बजे महाकाल की सवारी को खुद अपने कंधों पर उठाकर गोपाल मंदिर के लिए रवाना किया।