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राष्ट्रीय
04-Dec-2020

ब्रिटेन में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है। अमेरिका में जल्द इसे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन का अप्रूवल मिल सकता है। अमेरिका के 3 पूर्व प्रेसिडेंट्स ने फैसला किया है कि वे टीवी पर लाइव इवेंट में वैक्सीन लगवा सकते हैं। इस कवायद का मकसद लोगों में वैक्सीन को लेकर आशंकाओं और डर को दूर करना है। दूसरी तरफ, प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन और वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस ने भी साफ कर दिया है कि वे जैसे ही वैक्सीन को अप्रूवल मिलेगा, इसे जरूर लगवाएंगे। खास बात यह है कि इस मामले में अब तक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कुछ नहीं बोले हैं। अमेरिकी सीनेट ने रोजगार के आधार पर जारी किए जाने वाले प्रवासी वीजा पर देशों के अनुसार लगी सीमा को खत्म करने वाला विधेयक सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। इस बिल के कानून बनने के बाद परिवार के आधार पर वीजा जारी किए जाएंगे। इस कानून से उन हजारों भारतीय पेशेवरों को फायदा होगा जो कई वर्षों से ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। इस बिल के पास होने से हाई-स्किल्ड इमिग्रेंट एक्ट का रास्ता साफ हो गया है। यह एच-1बी वीजा पर अमेरिका आने वाले भारतीय पेशेवरों के लिए बड़ी राहत है। कोरोना वायरस वैक्सीन का साइड इफेक्ट होने पर ब्रिटेन पीडि़त लोगों को मुआवजा देगा। ब्रिटेन सरकार ने फाइजर और बायोएनटेक के इमरजेंसी उपयोग के मंजूरी मिलने के बाद यह एलान किया है। ब्रिटेन पहला ऐसा देश है जिसने सबसे पहले अपने नागरिकों को कोरोना वैक्सीन देने की घोषणा की है। बता दें कि ब्रिटेन ने बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए देशभर में फाइजर-बायोएनटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। ऐसा करने वाला वह दुनिया का पहला देश बन गया है। ब्रिटेन के ड्रग रेगुलेटर एमएचआर ने कहा कि यह वैक्सीन 95 फीसदी तक प्रभावी है और इसके व्यापक उपयोग की अनुमति देना सुरक्षित है। मानव ने पृथ्वी पर आने के बाद न उडने वाले हर चार में से तीन परिंदों का खात्मा कर दिया। लंदन विश्वविद्यालय के जैव विविधता व पर्यावरण शोध केंद्र और स्वीडन के गठन वर्ग विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह दावा करते हुए ऐसे 581 प्रजातियों के परिंदों की सूची तैयार की है जो हमसे पहले पृथ्वी पर रहते थे। इनमें से 226 उड़ नहीं सकते थे, आज इनमें से केवल 60 प्रजाति के पक्षी हमारे आसपास बची हैं। अध्ययन में शामिल डॉक्टर फैरन सेयोल के अनुसार, मानव ने दुनिया भर में सैकड़ों प्रजातियों का खात्मा किया है, उड़ान रहित परिंदों के खात्मे में उसकी भूमिका से इस पैटर्न को समझा जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र के नारकोटिक औषधि आयोग ने बुधवार को भांग के पौधे को सख्त पाबंदियों वाले मादक पदार्थों की सख्त पाबंदियों की सूची-4 से हटा लिया है। इस सूची में उस अफीम और हीरोइन के साथ रखा गया था। अब यह कम खतरनाक मानी जाने वाली वस्तुओं की सूची में रहेगा। आयोग के 13 सदस्य देशों में से 27 ने समर्थन में मत दिया। वहीं 25 ने खिलाफ वोट डाले। भारत ने समर्थन में वोट डाला। भांग के पौधे को अब भी पाबंदियों की सूची-1 में बनाए रखा गया है, इसके मायने हैं कि इसे जन स्वास्थ्य के लिए खतरा माना गया है। इस मतदान में यूक्रेन मतदान में अनुपस्थित रहा।