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राष्ट्रीय
10-Sep-2020

1 अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रिपब्लिकन पार्टी ने भारतवंशी मतदाताओं को लुभाने के लिए एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में मोदी को ट्रंप के साथ दिखाया गया है। इसमें पिछले साल हुए ऐतिहासिक हाउडी मोदी कार्यक्रम और नमस्ते ट्रंप की झलक भी दिखाई गई है। 2 कोरोना महामारी शुरू होने के बाद पोप फ्रांसिस सार्वजनिक तौर पर काफी कम नजर आए। अगर दिखे भी तो उन्होंने मास्क नहीं पहना। लेकिन, बुधवार को पहली बार ईसाइयों के सर्वोच्च गुरू ने मास्क पहना। हालांकि, जब वो लोगों से मिले तो उन्होंने इसे उतार दिया। कार में पोप को मास्क सेट करने में दिक्कत भी नजर आई। खास बात ये भी है कि पोप छह महीने में दूसरी बार लोगों से मिले। आमतौर पर पोप जब लोगों से मिलते हैं तो हाथ मिलाते हैं। बच्चों का माथा चूमते हैं। लेकिन, बुधवार को इन सब चीजों से पोप दूर रहे। 3 कोरोना वायरस के अब रोज 90 हजार से ज्यादा केस आ रहे हैं। वैक्सीन आने की हाल-फिलहाल संभावना नहीं दिख रही है। इस बीच हुई एक रिसर्च ने कुछ उम्मीदों को जगाने वाले नतीजे दिए हैं। इसके मुताबिक कोविड-19 के गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान सस्ती स्टेरॉयड दवाओं से बचाई जा सकती है। इस रिसर्च पर डब्लूएचओ ने भी मुहर लगा दी है। संस्था ने कहा कि स्टेरॉयड दवाएं कोरोनावायरस के गंभीर मरीजों को दी जा सकती हैं। 4 पाकिस्तान सरकार हायर एजुकेशन के लिए जिन स्टूडेंट्स को स्कॉलरिप देकर विदेश भेजती है, उनमें से ज्यादातर देश नहीं लौटते। पब्लिक अकाउंट्स कमेटी की एक सब कमेटी ने हायर एजुकेशन कमीशन द्वारा जारी फंडिंग की जांच की है। इसमें सामने आया कि स्कॉलरशिप के जरिए विदेश गए 132 पाकिस्तानी देश नहीं लौटे। इतना ही नहीं 106 स्टूडेंट्स ऐसे भी मिले जिनका रिसर्च वर्क 14 साल में भी पूरा नहीं हो सका। सब कमेटी की जांच के मुताबिक, कमेटी ने एचईसी से छात्रों के अधूरे रिसर्च का रिकॉर्ड तलब किया है। 5 अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इराक और अफगानिस्तान से कुछ और अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का ऐलान कर सकते हैं। इन दोनों देशों में कुल मिलाकर करीब 14 हजार अमेरकी सैनिक तैनात हैं। ट्रंप के इस कदम को सियासी लिहाज और नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, कुछ दिनों पहले श्अटलांटिक मैगजीन्य ने दावा किया था कि ट्रंप ने दो साल पहले फ्रांस में प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के स्मारक पर जाने से इनकार कर दिया था। 6 भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जंग जैसे हालात के बीच ड्रैगन का आयरन ब्रदर पाकिस्तान टू फ्रंट वॉर की तैयारी में जुट गया है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने अपने शीर्ष जनरलों के साथ रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में बैठक की। इस बैठक में जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना रणनीतिक और क्षेत्रीय हालात को ध्यान में रखते हुए जंग की अपनी तैयारी के स्तर को बढ़ा दे। पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कहा, देश के हितों के खिलाफ पाकिस्तान विरोधी तत्वों के पांचवीं पीढ़ी के युद्ध कौशल और हाइब्रिड वॉरफेयर को देखते हुए सेना सरकार की नीतियों के साथ मिलकर देश की रक्षा करे। 7 भारत के पंजाब प्रांत में सक्रिय खालिस्तानी आतंकियों को पाकिस्तान ने पैदा किया था और ये आतंकी अब न केवल भारत बल्कि कनाडा के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं। कनाडा के एक प्रमुख थिंक टैंक एमएल इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। इंस्टीट्यूट ने कहा कि खालिस्तान पाकिस्तान का प्रोजेक्ट है और इसे कनाडा में ठग और राजनीतिक चालबाजों ने जिंदा रखा है। वरिष्ठ पत्रकार टेरी मिलेवक्सी ने अपनी रिपोर्ट खालिस्तानरू ए प्रोजेक्ट ऑफ पाकिस्तान में कहा कि खालिस्तान आंदोलन कनाडा और भारत दोनों की ही सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है। 8 पूर्वी लद्दाख में युद्ध जैसे हालात के बीच चीन ने अपने उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तानी इलाके में नई मिसाइलों का परीक्षण किया है। यही नहीं चीनी सेना ने रात के समय युद्धाभ्यास भी किया। चीन के सरकारी प्रोपेगेंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीएलए की ब्रिगेड ने पश्चिमोत्तर चीन के रेगिस्तान में लाइव फायर ड्रिल किया। इस दौरान एक नई मिसाइल का परीक्षण किया गया। ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि चीनी सेना ने रात के समय में भी हमला करने का अभ्यास किया। चीनी सेना ने रॉकेट दागे और कई तरह के बमों का परीक्षण भी किया। 9 अमेरिका के उत्तर पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में जंगलों में लगी भीषण आग तेज हवाओं के कारण बहुत तेजी से फैल गई है और ओरेगन स्थित सैकड़ों घर जलकर खाक हो गए हैं। ओरेगन के गवर्नर केट ब्राउन ने बुधवार को आगाह किया कि जंगलों में लगी आग के कारण राज्य के इतिहास में जानमाल का अभी तक का सबसे अधिक नुकसान हो सकता है। उधर, कई दिनों से लगी आग के कारण कैलिफोर्निया का तटीय इलाका नारंगी रंग में रंग गया है। दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने में काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि वहां 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही हवा के कारण आग ने भीषण रूप ले लिया है।