महिदपुर की जनता उस वक्त सकते में आ गई जब नगर में खजाना मिलने की बात जंगल मे लगी आग की तरह फेल गई। और हो भी क्यो ना सोना,चांदी,सिक्के मिलना आमतौर पर किस्से कहानियों में ही देखा जाता है। असल मे पूरा मामला महिदपुर नगर के विजेंद्र दुबे नामक व्यक्ति के पुराने मकान को तोड़ते समय सामने आया जब वहां खुदाई के दौरान मजदूरों को सोने चांदी सिक्के एवं जेवरात मिल गए और मजदूरों ने उनके हिस्से भी कर लिए। परंतु खजाना मिलने की बात जैसे ही नगर में फैली पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयो ने जांच शुरू कर दी और मकान में खुदाई करने वाले तीन मजदूरों को थाने लाकर पूछताछ की तो मजदूरों सामग्री मिलने की बात कुबूल की। फिर पुलिस तीनो मजदूरों को उनके बताए हुए स्थान पर लेकर आई और माल को जप्ती में लिया और वहीं मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में तोल किया । अभी केवल दो मजदूरों से लगभग पांच किलो चांदी औऱ दो सौ ग्राम सोना हुआ जब्त। वहीं मजदूरों से पुलिस द्वारा और पूछताछ करने पर उन्होंने मकान मालिक विजेंद्र दुबे के पास माल (सोना, चांदी) होना बताया और यह भी बताया कि यह माल हमे विजेंद्र दुबे ने ही दिया है अपनी ज़बान बंद रखने का बोल कर। मजदूरों का कहना है कि हमे सिर्फ इतना माल विजेंद्र दुबे ने दिया था बाकी माल दो बड़े हंडे दो पुराने टिफन जिसमें औऱ सोना चांदी था वो मकान मालिक के ही पास है। मजदूरों के इस बयान के बाद महिदपुर पुलिस ने अपनी जांच और तेज़ कर दी है। एस डी एम आरपी वर्मा एवं एस डी ओ पी यूके दीक्षित ने बताया कि पूछताछ जारी रहेगी और भी माल बरामद होने की सम्भावना है