मध्यप्रदेश के उज्जैन में गुरुवार सुबह उत्तरप्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी हुई। उसने 2 जुलाई को कानपुर के बिकरु गांव में गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम पर फायरिंग की थी, इसमें 8 पुलिसवाले मारे गए थे। विकास पर 5 लाख का इनाम था। उसकी गिरफ्तारी के बाद जहां भाजपा कि मध्य प्रदेश सरकार अपनी पीठ ठोंकने में लगी है, वहीं कांग्रेस इसे सरकार की नाकामी बता रही है। ऐसे में दोनों पार्टियों के ऑफीशियल ट्विटर एकांउट में एक-दूसरे पर कमेंट्स के बाद भाजपा और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा लगा रहे हैं। सरकार और भाजपा के नेता इसे गिरफ्तारी बता रहे हैं वहीं कांग्रेस के नेता विकास दुबे की गिरफ्तारी को भाजपा का एक गुंडे को राजनैतिक संरक्षण बता रहे हैं उत्तर प्रदेश के 5 लाख के इनामी विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस आक्रमक हो गई है। गुरुवार को उज्जैन में नाटकीय अंदाज में पकड़े गए विकास दुबे को लेकर कांग्रेश पार्टी से सभी नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर सवाल पर खड़े कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विकास की गिरफ्तारी पर कहा- शिवराज बिना किसी कारण श्रेय ले रहे, इसका श्रेय तो आपके गृह मंत्री को देना चाहिए। कांग्रेस ने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है- जिन्होंने अपने भ्रष्टाचार और घोटालों से उज्जैन महाकाल की नगरी को भी नहीं छोड़ा, वे क्या सोचते हैं कि भगवान महाकाल उनको माफ कर देंगे। दो दिन से वर्चुअल रैली में किसान कर्जमाफी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को निशाने पर ले रहे हैं। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसका जवाब देते हुए कहा कि किसानों की कर्जमाफी को लेकर झूठ परोसकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने जो अपना वचन-पत्र बनाया था, वह पांच वर्ष के लिए था। हम अपने एक-एक वचन को पूरा करने के लिए संकल्पित थे। कमल नाथ ने कहा कि एक जून से हम तीसरे चरण में किसानों के एक से दो लाख रुपये तक के चालू खातों की ऋणमाफी की प्रक्रिया पूरी करने का निर्णय ले लिया था लेकिन कांग्रेस सरकार को अलौकतांत्रिक तरीके से गिराकर किसानों की ऋणमाफी की प्रकिया को नई सरकार ने रोक दिया है। उन्होंने कहा कि वे पूछना चाहते है कि किसानों की ऋणमाफी की तीसरे चरण की जो प्रक्रिया शुरू होने वाली थी, वह कब शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश के रीवा में स्थित एशिया की सबसे बड़ी सौर परियोजना रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना को कल राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए इस परियोजना को लोकार्पित करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में मध्यप्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल लखनऊ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से शामिल होंगे। लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा आरके सिंह भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 22 दिसम्बर 2017 को इस परियोजना का शिलान्यास किया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उपचुनाव को प्रदेश का भविष्य तय करने वाला चुनाव बताया है।पार्टी कार्यकर्ताओं को उन्होंने आगाह किया है कि कांग्रेस इन चुनावों में भ्रम फैलाने का प्रयास करेगी, जिसका हमें करारा जवाब देना होगा। विष्णुदत्त ने सुमावली की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ प्रदेश की सेवा करने वाले संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं, तो दूसरी तरफ 15 महीने तक लगातार भ्रम फैलाने वाले नेता हैं। उन्होंने कहा भाजपा की ताकत उसके कार्यकर्ता है। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को प्लाज्मा डोनेट किया है। उन्होंने कहा कि देशवासियों की जान की सुरक्षा करना सभी का दायित्व है। सिंधिया ने प्लाज्मा डोनेट करते हुए एक फोटो ट्वीटर पर शेयर की है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टैग किया है। खाद्य नागरिक आपूर्ति, सहकारिता एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने सागर के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में 118.50 करोड़ के विकास कार्यों का भूमि पूजन किया। उन्होंने बिलेहरा गाँव में 4 करोड़ 50 लाख की जल प्रदाय योजना का भूमि पूजन करते हुए कहा कि गाँव में नलजल योजना शुरू हो जाने से पेयजल समस्या दूर होगी। राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं जो गरीब और आम लोगों का दु:ख दर्द समझते हैं। उन्होंने प्रदेश में हर वर्ग के कल्याण की योजना बनाई है। ग्राम बिलेहरा के अतिरिक्त सुरखी विधानसभा क्षेत्र के 100 ग्रामों में 90 करोड़ की नलजल योजनायें स्वीकृत की गई है। प्रदेश की भाजपा सरकार के विरोध में बुधवार को कांग्रेस ने दो स्तरों पर विरोध प्रदर्शन किया। कानून व्यवस्था को लेकर महिला कांग्रेस ने पुतला दहन किया। वहीं किसान कांग्रेस के पदाधिकारी ने विरोध स्वरूप मुंडन कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिसौदिया ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने बैठकर मुंडन कराया। मध्यप्रदेश में पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के विशेषकर सीमावर्ती जिलों से कोरोना के ज्यादा मामले आने से प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट बढ़ गई है। पहले संक्रमण बढ़ने की दर जहां 1.72% थी, वह अब 2.01% हो गई है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने इसके साथ सभी सीमावर्ती जिलों में पब्लिक एडवाइजरी जारी करने के भी निर्देश दिए हैं। अगले सप्ताह से प्रदेश में रविवार को पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा। इंदौर में चुनावी रैली में सवाल पूछने वाली युवती उपासना शर्मा ने अब मंत्री तुलसी सिलावट के खिलाफ चरित्र हनन की शिकायत महिला राज्य आयोग में की है। भोपाल में गुरुवार को शिकायती आवेदन लेकर आयोग पहुंची।उपासना ने कहा- जब तक लड़ सकती हूं, लड़ूंगी। मैंने उनसे सिर्फ इतना पूछा था कि आपने अच्छी खासी सरकार गिरा दी, आपको कैसा महसूस होता है। उन्होंने जबाव तो नहीं दिया, लेकिन सोशल मीडिया पर मेरे बारे में उनके समर्थकों द्वारा बुरा-बुरा लिखा गया है। मध्य प्रदेश के जाने-माने शराब कारोबारी जगदीश अरोड़ा और उनके भाई अजय अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है. सेनेटाइजर की बिक्री पर टैक्स चोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं. अरोड़ा ब्रदर्स सोम डिस्टलरी के मालिक हैं. राजधानी भोपाल में डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने 28 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद शराब कंपनी सोम के संचालक जगदीश और अजय अरोड़ा को गिरफ्तार किया.खबर है।इस ग्रुप के तीन सीनियर एग्जीक्यूटिव की भी गिरफ्तारी हुई है. राजधानी में बिजली बिलों में गड़बडिय़ों की लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। बिजली उपभोताओं के पास मनमाने बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। इससे उपभोक्ता परेशान हैं। शिकायत करने के बाद कुछ बिजली उपभोताओं के बिलों में सुधार हो जाता है, कुछ उपभोक्ता परेशान होते रहते हैं। सरकार द्वारा दी जा रही छूट को लेकर कई उपभोक्ताओं से बिजली दफ्तरों में कहा जा रहा है कि छूट गरीब बिजली उपभोक्ताओं के लिए है। बिजली बिलों में सुधार करने के लिए बड़े पैमाने पर उपभोक्ताओं से पैसे लेकर उनकी बिल कम करने की शिकायतें भी प्राप्त हो रही हैं अवधपुरी क्षेत्र के एक बिजली उपभोक्ता मीटर क्रमांक 2304204 का जून का माह का बिजली बिल 3021 रुपए आया है। जब वे संबंधित बिजली कार्यालय में ज्यादा बिल दिए जाने की शिकायत करने पहुंचे, तो उनका बिजली बिल हाथ से सुधारकर 2 हजार रुपए कर दिया। अब सवाल यह उठता है कि अगर बिजली उपभोक्ता ज्यादा बिल दिए जाने की शिकायत नहीं करता, तो उसे 3021रुपए का बिजली बिल ही जमा करना पड़ता। शिकायत करने के बाद संबंधित बिजली उपभोक्ता का बिजली बिल कम कर दिया। लॉकडाउन के बाद इस तरह के हजारों मामले रोजाना सामने आ रहे हैं। एक साथ ली जा रही मीटर रीडिंग लॉकडाउन के बाद कई बिजली उपभोक्ताओं की रीडिंग एक साथ लेकर बिजली बिल थमा दिए हैं। इसके अलावा मीटर रीडिंग एवं तारीफ में भी भारी गड़बड़ी हुई है। जैसे मध्य प्रदेश के बिजली उपभोक्ता भारी नाराज हैं कोरोना संक्रमण के चलते वह अपना विरोध प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं लेकिन रोजाना बिजली कंपनी के कार्यालयों में सैकड़ों लोग अपने बिल सुधारवाने के लिए पहुंच रहे हैं बिजली कर्मचारियों द्वारा बिल की राशि कम करने पर उपभोक्ताओं से अलग से पैसा भी लिया जा रहा है