1 मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को रेत खदानों के आवंटन की समीक्षा की है. उन्होंने रेत खदानों के 9 आवेदन रद्द होने और दो मामले कोर्ट में पहुंचने पर अफसरों से पूछा है कि कहां क्या दिक्कत हुई. अफसरों ने खदान आवंटन का पूरा ब्यौरा मुख्यमंत्री के सामने रखा. 2 मुख्यमंत्री कमलनाथ जनवरी के अंतिम सप्ताह में दावोस से लौटते ही बड़ी प्रशासनिक सर्जरी कर सकते हैं. समझा जा रहा है कि निकाय और पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए बड़े स्तर पर अधिकारियों और कलेक्टरों की अदला बदली हो सकती है. 3 पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा की सोच को फासीवादी बताते हुए ट्वीट किया है कि भारत का सनातन धर्म हमें शांति का, प्रेम का, सद्भावना और अहिंसा का मार्ग सिखाता है ना कि राग-द्वेष, नफरत व हिंसा का. 4 पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से सवाल पूछे हैं. उन्होंने लिखा है कि युवराज उस्ताद, हेमंत यादव, मुन्ना डॉक्टर, जीतू यादव कौन हैं और यह किस के समर्थक हैं, यह देश भक्त हैं या माफिया. 5 नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जनमत तैयार करने के लिए कई दलों को एक साथ मंच पर लाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 13 जनवरी को दिल्ली में बैठक बुलाई है. इसमें गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया है. बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल होंगे. 6 कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा ने जयस संगठन को कहा है कि वह सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराता रहे. उन्होंने आदिवासी युवाओं से आह्वान किया है कि वह समय-समय पर महापंचायत करके शक्ति प्रदर्शन करते रहें. इस संबंध में हीरालाल अलावा के ट्वीट को बगावत का प्रतीक माना जा रहा है. 7 मध्यप्रदेश में सक्रिय माफिया की धरपकड़ रुकवाने के लिए अफसरों को धमकाने और भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ अब पुलिस उनके विधायक पुत्र आकाश को भी आरोपी बनाएगी. 8 भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सोची समझी साजिश के तहत झूठे आपराधिक मुकदमे दर्ज करवा रही है. 9 वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार भारतीय लोकतंत्र की छवि को दागदार कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं और विरोध में उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. 10 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैठक मंगलवार को खत्म हो गई है अंतिम दिन संकल्प किया गया कि दलितों व गांव में पकड़ बनाने के लिए संघ प्रयास करेगा. अब पदाधिकारियों और प्रचारकों को क्षेत्रों व प्रांतों में ज्यादा से ज्यादा प्रवास करने होंगे