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राज्य
04-Jan-2020

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया। योजना से लगभग 12 लाख 55 हजार कर्मचारी/अधिकारी लाभांवित होंगे। मंत्रि-परिषद ने मंत्रियों की वार्षिक स्वेच्छानुदान की राशि 50 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रूपये करने की मंजूरी दी। इसी प्रकार, राज्य मंत्रियों की वार्षिक स्वेच्छानुदान राशि को 35 लाख से बढ़ाकर 60 लाख किया गया है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने मंत्रालय में मध्यप्रदेश शासन की वर्ष 2020 की डायरी और कैलेण्डर का विमोचन किया। इस मौके पर मंत्री-मंडल के सदस्य उपस्थित थे। शासकीय कैलेण्डर की विषय वस्तु सरकार द्वारा पिछले एक वर्ष में जनहित में किए गए कार्यों पर केन्द्रित है। इन उपलब्धियों से प्रदेश और यहाँ के नागरिक लाभांवित हुए हैं। आध्यात्म एवं जनसम्‍पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा का श्रीलंका के कोलंबो विमानतल पर बौद्ध गुरु ने स्वागत किया। श्री शर्मा के साथ अपर मुख्य सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव भी थे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रतिनिधि के रूप में आध्यात्म मंत्री श्री शर्मा श्रीलंका सरकार से साँची (मध्यप्रदेश) में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संग्रहालय और शिक्षा केन्द्र की स्थापना के लिये भूमि आवंटन सहित अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे। लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई ऊर्जा विभाग से संबंधित केबिनेट सब-कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने बैठक में विभागीय योजनाओं और नवाचारों की जानकारी दी। बैठक में प्रजेंटेशन के माध्यम से पॉवर सेक्टर की स्थिति के संबंध में बताया गया। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने बिजली कम्पनियों के अधिकारियों-कर्मचारियों की यूनाइटेड फोरम के साथ बैठक में कहा कि विभिन्न विद्युत वितरण कम्पनियों से निकाले गये संविदा कर्मियों को फिर से रखने के संबंध में कमेटी गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी संविदाकर्मी के विरुद्ध बगैर जाँच कार्यवाही नहीं होना चाहिए। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने राजधानी भोपाल के शासकीय मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल, टी.टी. नगर के वार्षिकोत्सव में कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों के माध्यम से भी निखरने का अवसर दें। इनसे बच्चे टीम-वर्क, समय प्रबंधन, अनुशासन जैसे सदाचार सीखेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल में पारिवारिक वातावरण होना चाहिए, जिससे बच्चे स्कूल आने के लिये लालायित रहें।