1 मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में आयुष विंग की स्थापना करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आयुष विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति के प्रति आम जनता में रुझान बढ़ा है लेकिन अपेक्षित विकास नहीं होने से लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. 2 झारखंड के चुनावी नतीजों पर ट्वीट के माध्यम से टिप्पणी करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि विभाजन की राजनीति का अब अंत हो चला है यह भाजपा की गलत नीतियों की हार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश का नागरिक ज्वलंत मुद्दों पर बात करना चाहता है और उसका समाधान चाहता है, उसके सामने रोजी-रोटी का संकट है, अन्य मुद्दों से उसे गुमराह नहीं किया जा सकता. 3 मध्यप्रदेश में ग्रामीण पर्यटन के विकास पर पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार का प्रयास है कि ग्रामीण पर्यटन से सैलानियों को नया माहौल और अनुभव मिले, इससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा. 4 महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका मूल विभाग के अलावा और कहीं काम नहीं करेंगी. उन्होंने इस संबंध में कलेक्टरों को आदेश जारी करने का कहा है. 5 अदालत ने परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत के विशेष सहायक तथा डिप्टी सेक्रेटरी परिवहन विभाग कमल नागर पर सामाजिक कार्यकर्ता भुवनेश्वर मिश्रा को जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है. मिश्रा ने नागर के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत लोकायुक्त तथा अधिकारियों को की थी. 6 बेटे को फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए ओबीसी आरक्षण दिलाने के आरोपी गुना - शिवपुरी से भाजपा सांसद के.पी. यादव और उनके बेटे के खिलाफ देर रात 1 बजे एफ आई आर दर्ज की गई है. यादव के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने पर अशोक नगर एसपी पंकज कुमावत को भोपाल में पदस्थ कर दिया गया है. 7 नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में बुधवार को राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में निकाले जा रहे शांति मार्च में 25000 कार्यकर्ताओं को एकत्र करने के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. 8 मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संवैधानिक पद की गरिमा के अनुरूप व्यवहार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि नागरिकता केंद्र का विषय है और गहलोत मुख्यमंत्री हैं, पहले मुख्यमंत्री पद छोड़ो फिर विरोध करो. 9 इंदौर में भाजपा के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम के दौरान शर्तों के उल्लंघन की कई शिकायतें मिली है. बताया जाता है कि धारा 144 के बावजूद गड्ढा ने तलवार लहराई थी और वह जगह-जगह पर स्वागत के लिए रुके भी थे. 10 अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे अतिथि विद्वानों की मांगें 14 दिन बाद भी अधूरी हैं. सरकार के विभिन्न प्रतिनिधि आश्वासन देकर चले गए लेकिन समाधान कोई नहीं करा पाया. अतिथि विद्वानों को अब मुख्यमंत्री से ही उम्मीद है.