1 मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भारत न पहले कमजोर था और न ही आज है. उन्होंने कहा कि सबका यह कर्तव्य है कि राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत बनाएं तथा अपने शहीदों का गुणगान करें. मुख्यमंत्री ने सोमवार को शौर्य स्मारक में विजय दिवस पर 1971 के भारत - पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. 2 मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार का मंगलवार को 1 वर्ष पूरा हो जाएगा. इस अवसर पर मिंटो हाल में आयोजित कार्यक्रम में डॉ मनमोहन सिंह कमलनाथ सरकार का श् विजन टू डिलीवरी रोड मैप 2020 - 2025 श् प्रस्तुत करेंगे. इसमें अगले 5 वर्ष में 10 लाख नए रोजगार अवसर पैदा करने के अलावा गांव को सड़क, बिजली और ब्रॉडबैंड इंटरनेट आदि देने सहित अनेक विजन प्रस्तुत किए जाएंगे. 3 मध्यप्रदेश सरकार का एक पूरा होने पर प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने 1 वर्ष में जो सफलताएं अर्जित की हैं और जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, वह अभूतपूर्व और ऐतिहासिक हैं. 4 मध्यप्रदेश में मिलावटखोरी के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान अभियान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि आज प्रदेश में जितने दूध की खपत है उतना उत्पादन ही नहीं होता. उन्होंने कहा कि जाहिर है प्रदेश की जनता को मिलावटी दूध वितरित हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी. 5 प्रदेश में यूरिया मिला दूध सप्लाई हो रहा है लेकिन अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. आलम यह है कि जीपीआरएस ट्रैकिंग में भी कंट्रोल रूम में टैंकर के एक स्थान पर 30 मिनट रुकने तक की सूचना है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है. दूध के टैंकरों के औचक निरीक्षण की व्यवस्था 3 माह से बंद है. 6 भोपाल इंदौर और ग्वालियर में सोमवार को भी भू माफिया के खिलाफ मुहिम जारी रही. भोपाल में नगर निगम ने पूर्व आईएएस अफसर खुमान सिंह और भाजपा नेता कृष्णकांत चौरसिया के अवैध निर्माण तोड़ दिए. 7 हनी ट्रैप मामले में 7 लोगों के खिलाफ 500 पेज का चालन प्रस्तुत किया गया है. चालान में कहा गया है कि आरोपी महिलाओं के वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे और फंसा कर अफसरों के पास भेजते थे. इस मामले में 30 दिसंबर को सुनवाई होगी. 8 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना - शिवपुरी संसदीय सीट से दिग्गज कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को पराजित करने वाले भाजपा के सांसद डॉक्टर के पी यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मुंगावली एसडीएम ने यादव और उनके बेटे के जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिए हैं. 9 बीते 6 दिन से शाहजहानी पार्क में धरना दे रहे अतिथि विद्वानों से मिलने पहुंचे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अतिथि विद्वानों का चयन पारदर्शी प्रक्रिया के तहत हुआ है इसलिए सरकार को इनके साथ न्याय करना चाहिए. 10 इस बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अतिथि विद्वानों का मामला उठने पर कहा कि एक भी अतिथि विद्वान को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा. उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से कहा कि वे धरना स्थल पर जाकर अतिथि विद्वानों के मामले को सुलझा कर आंदोलन खत्म कराएं.