मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने शौर्य स्मारक में 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के विजय दिवस पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि भारत न पहले कमजोर था और न ही आज कमजोर है। श्री कमल नाथ ने जनता को विजय दिवस का संदेश जारी करते हुए कहा कि इस अवसर पर हम सब को यह याद रखना चाहिए कि सभी नागरिकों को, चाहे वे किसी भी मजहब, जाति अथवा पंथ को मानने वाले हों, सबका यह कर्तव्य है कि राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत बनाएँ। अपने शहीदों का गुणगान करें। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मुझे अपने कामकाज के आकलन का प्रमाण पत्र जनता से चाहिए। प्रचार-प्रसार, होर्डिंग और ब्राडिंग के जरिए आत्म प्रशंसा करने से मैं परहेज रखता हूँ। मुख्यमंत्री ने एक निजी चैनल के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित विशेष बातचीत के दौरान यह बात कही। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रदेश में एक वर्ष में किए गए बुनियादी बदलाव और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने विजय दिवस पर शौर्य स्मारक परिसर में जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित 'भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय' छाया-चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में बांग्लादेश के उदय और पाकिस्तान पर भारत की विजय को सशक्त छाया-चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ 17 दिसम्बर को खजुराहो के शिल्पकला ग्राम में शाम 6.30 बजे सात दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। महोत्सव के लिये बनाई गई टपरा टॉकिजों में बुन्देलखण्डी सहित देश और विदेश की फिल्में दिखाई जायेंगी। नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने बताया है कि मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पिछले एक साल में निवेशकों के लिये व्यापक, सरल एवं पारदर्शी पर्यटन नीतियाँ बनाई गई हैं। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर महानगर से प्रदेश के पर्यटन स्थलों के लिये पर्यटकों के लिये हेलीकाप्टर सुविधा शीघ्र शुरू की जा रही है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने विजय दिवस पर राघौगढ़ में आयोजित समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया। उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों और सैनिकों की विधवाओं को शाल-श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया। श्री सिंह ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन भी किया। उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी राजधानी भोपाल के सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विजय दिवस की 47वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। श्री पटवारी ने कहा कि विजय दिवस वास्तव में भारतीय जांबाज सैनिकों के अदम्य शौर्य का प्रतीक है। वर्ष 1971 में आज ही के दिन पाकिस्तान ने भारत के सामने अपनी हार स्वीकार की थी। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने राजधानी भोपाल के शासकीय जे.पी. अस्पताल के पास स्थित वन स्टाप सेंटर पर अचानक पहुँचकर रजिस्टर का अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिये कि संस्था के सभी कर्मचारी अपना पहचान-पत्र अथवा नाम का टेग जरूर लगाएं। उन्होंने काउंसलर से कहा कि किसी भी प्रकरण में केवल एक पक्ष की बात को न सुनें। दोनों पक्षों की काउंसलिंग कर प्रकरण का निपटारा करें।