सीहोर इछावर के कोणाझिर ओर बोरदी टोल नाके पर मौजूद टोल कर्मियों द्वारा फर्जी टोल टैक्स रसीदों के माध्यम से रोजाना लाखो की चपत शासन को लगा रहे है कोनाझिर ओर बोरदी टोल नाका मप्र रोड़ डेवलपमेंट कारपोरेशन द्वारा संचालित किया जाता है इसके संचालन के लिए इन दोनों टोल नाके पर मैनेजर व असिस्टेंट मैनेजर सहित कई टोल वसूलने वाले कर्मियों की नियुक्ति की गई है इन टोल कर्मियों की मिलीभगत के चलते यहां से गुजरने वाले रेत के डंपर ओर रेत से भरी टेक्टर ट्राली एव अन्य भारी वाहनों से टोल टैक्स वसूला जाता है रेत से भर डंपर से 650 रुपये व टेक्टर ट्राली से 130 रुपए टोल टैक्स लिया जाता है प्रतिदिन इन दोनों टोल से 400 से अधिक डंपर व 600 से अधिक ट्रेक्टर ट्राली गुजरती है ओर इसी दौरान असली फर्जीवाड़े की शुरूआत टोल कर्मयो द्वारा की जाती है इन टोल टैक्स से गुजरने वाले आधे डम्परों को असली व आधे डम्परों को एक छोटी बिल मशीन के माध्मय से रसीद दी जाती है छोटी बिल मशीन द्वारा दी गई रसीद का पैसे टोल कर्मियों की जेब मे जाता है जो कि रोजाना लाखो में होता है जब मीडिया ने इन टोल टैक्स पर जाकर हकीकत की पड़ताल की तो एक टोल कर्मी छोटी बिल मशीन छुपाकर ले जाता कैमरे में कैद हुवा वही मीडिया पर दवाब बंनाने के उद्देश्य से तकरीबन एक दर्जन टोल कर्मी भी इखट्टा हो गए इस संबंध में टोल टैक्स मैनेजर अरुण यादव से पूछा गया तो अपनी गलती व हो रहे फर्जीवाड़े पर पर्दा डालते हुवे कहा कि हम सभी काम नियमानुसार कर रहे है बाइट अरुण यादव मैनेजर टोल टैक्स बाइट फर्जी रसीद की शिकायत करते वाहन चालक