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क्षेत्रीय
03-Nov-2025

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को राष्ट्रपति निकेतन में दो नई आगंतुक- केंद्रित सुविधाओं- फुट ओवर ब्रिज और घुड़सवारी क्षेत्र- का लोकार्पण किया। इन दोनों परियोजनाओं ने राष्ट्रपति निकेतन परिसर को आधुनिक अवसंरचना सुरक्षा और हिमालयी विरासत के अनूठे संगम के रूप में स्थापित कर दिया है। राजपुर रोड पर बना 105 फीट लंबा पैदल पार पुल न केवल स्थानीय वास्तुकला का प्रतीक है बल्कि यह राष्ट्रपति निकेतन और आगामी राष्ट्रपति उद्यान के बीच निर्बाध आवाजाही को भी संभव बनाता है। राज्य लोक निर्माण विभाग द्वारा ₹9 करोड़ की लागत से मात्र छह माह में तैयार की गई इस परियोजना को “हिमालयी डिज़ाइन की आधुनिक मिसाल” कहा जा रहा है रैंप और रेलिंग सहित इसका डिज़ाइन इसे सभी आयु वर्गों के लिए सुगम और सुरक्षित बनाता है। तपोवन और स्वर्गाश्रम के बीच गंगा पर बन रहे कांच के पुल यानि कि बजरंग सेतु का निर्माण अंतिम दौर में है। इस पुल पर आवाजाही शुरू होने के बाद क्षेत्र में पर्यटन और ज्यादा बढ़ाने की उम्मीद है। 132.30 मीटर स्पान के बजरंग पुल को करीब 68.86 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर ने वर्ष 2022 में पुल का निर्माण कार्य शुरू किया था। इस कांच के झूला पुल का एक ड्रोन वीडियो भी सामने आया है। जो देश दुनिया के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इस कांच के पुल पर चलने के लिए लोग उतावले नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग पुल पर जल्द से जल्द आने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि पुल पर कांच का पाथ लग चुका है। रंग रोगन और लाइटिंग की व्यवस्था जल्द की जाएगी नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने विशेष सत्र पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में मार्गदर्शन दिया और उत्तराखंड राज्य जिन उद्देश्यों के साथ बना था जिसमें सबसे महत्वपूर्ण पलायन रोकना मूलभूत सुविधाओ शिक्षा स्वास्थ्य सड़क राज्य को मिलना इन उद्देश्यों में हम कितना सफल हो पाए हैं और राज्य को कांग्रेस के शासनकाल में क्या कुछ हासिल हुआ है उसपर चर्चा जरूर की जाएगी। उत्तराखंड के पौराणिक और आध्यात्मिक धरोहर स्थल आदि कैलाश की पवित्र छाया में आज राज्य की पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित यह आयोजन उत्तराखंड की साहसिक खेल क्षमता प्राकृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है यह 60 किलोमीटर लंबी अल्ट्रा रन आदि कैलाश से प्रारंभ हुई जिसमें देश के 22 राज्यों से 700 से अधिक धावकों ने भाग लिया। ऊँचाई कठोर मौसम और चुनौतीपूर्ण हिमालयी ट्रैक के बीच प्रतिभागियों ने अदम्य साहस धैर्य और फिटनेस का अद्भुत प्रदर्शन किया प्रतिभागियों ने उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन द्वारा की गई उत्कृष्ट व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की। धावकों ने कहा कि आईटीबीपी तथा भारतीय सेना का सहयोग और मार्गदर्शन अतुलनीय रहा जिसने इस कठिन रूट पर आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाया। उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा भवन देहरादून से विधानसभा के सभी सदस्यों को प्रदेशवासियों को रजत जयंती की शुभकामनाएं दी और आगे का मार्गदर्शन भी किया। जिसको लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रपति का यहां आना हमारे लिए सौभाग्य की बात है और उन्होंने महिलाओं के उत्थान को लेकर प्रदेश की सराहना करी व मार्गदर्शन भी किया। वही विधायक भरत चौधरी ने भी राष्ट्रपति के आगमन को उत्तराखंड के लिए सौभाग्य की बात कही और उनके मार्गदर्शन का अनुसरण करने के बात भी कही। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर सरकार की तैयारियां जोरों शोरों से जारी है। पीएम मोदी 9 नवंबर को उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। राज्य स्थापना रजत जयंती वर्ष पर एफआईआर देहरादून में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होगा। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एफआईआर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सभी तैयारियां को जल्द से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एफआरआई का मैदान पर्यावरण की दृष्टि और देहरादून शहर का प्रमुख स्थान है। पीएम मोदी इन्वेस्टर ग्लोबल समिट में भी आये थे। उनके आने से शानदार आयोजन संपन्न हुआ था जिसकी उन्होंने शुरुआत की थी। कहा कि इस वर्ष राज्य के स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। सरकार राज्य स्थापना दिवस को रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रही है। इसके साथ सीएम धामी ने यह भी कहा कि 9 नवंबर को पीएम मोदी देहरादून के एफआईआर पहुँच रहे हैं जहां पीएम मोदी के आगमन को लेकर तैयारियां चल रही है। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पीएम के दौरे को लेकर उत्तराखंड की जनता में उत्साह है। उत्तराखंड की लोकसंस्कृति और परंपराओं की अनूठी पहचान “रम्माण” को राष्ट्रीय पटल पर प्रतिष्ठित करने की पहल के तहत विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण ने राष्ट्रपति को रम्माण का पारंपरिक मुखौटा और इस पर आधारित एक पुस्तक भेंट की। इसके साथ ही उन्होंने एक विशेष सॉल भी भेंट किया जिस पर राज्य पुष्प ब्रह्मकमल अंकित था जो उत्तराखंड की आस्था और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है। विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी ने कहा कि रम्माण मुखौटा कला उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक है। हम इस पारंपरिक कला के संरक्षण और संवर्धन के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा स्तर पर एक विशेष रिसर्च टीम का गठन किया गया है जो रम्माण और मुखौटा कला की बारीकियों को सीखेगी तथा इस पर विस्तृत दस्तावेजीकरण करेगी।