गर्रा रेल्वे क्रासिंग पर लगा लंबा जाम एक घंटा परेशान हुये राहगीर गांव में अवैध रुप से बिक रही शराब : सरपंच के नेतृत्व में महिलाओं ने खोला मोर्चा न नाली का निर्माण हो रहा न हो रही सुनवाई वार्डवासियों को हो रही परेशानी शहर के गर्रा रेल्वे क्रासिंग में ट्रेन के गुजरने पर दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग जाता है। सोमवार की शाम करीब 5.15 गर्रा रेल्वे क्रासिंग में काफी लंबा जाम लग गया है। जिससे राहगीरों को करीब एक घंटा तक जाम में परेशान होना पड़ा। गर्रा रेल्वे क्रासिंग में ट्राफिक पुलिस तैनात नहीं होने से चौपहिया वाहन चालक दोनों ओर से इस मार्ग से घुसते है। जिससे बाइक चालक भी फंस जाते है। इससे आवागमन बाधित होता है और जाम की स्थिति निर्मित होती है। शाम के समय स्कूल व शासकीय कर्मचारी एवं मजदूरों की भी छुट्टी होने से आवागमन अधिक रहता है। जिससे शाम के समय गर्रा रेल्वे क्रासिंग मार्ग से चौपहिया वाहनों का आवागमन बंद रखना चाहिए। बता दें कि गर्रा रेल्वे क्रासिंग में ओवरब्रिज का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिससे हर रोज शाम के समय ट्रेन गुजरने पर जाम की स्थिति बनती है। गांव में अवैध रुप से बिक रही शराब को बंद कराने की मांग को लेकर सरपंच के नेतृत्व में महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर महिलाओं ने एसडीएम गोपाल सोनी को ज्ञापन सौंपा। साथ ही अवैध शराब बिक्री से होने वाली परेशानियों के बारे में भी अवगत कराया। जिला मुख्यालय पहुंची ग्राम पंचायत पाथरवाड़ा की सरपंच सतरुपा धामड़े सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि गांव में अवैध रुप से शराब की बिक्री होने के कारण लोग इसका ज्यादा सेवन कर रहे हैं। घर परिवार से लेकर सडक़ तक विवाद हो रहे हैं। गांव में अशांति बनी रहती है। शिकायत किए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। उन्होंने मांग की है कि अवैध रुप से बिकने वाली शराब पर रोक लगाई जाए। नगर पालिका परिषद बालाघाट के वार्ड क्रमांक 10 रजा नगर में स्वीकृति के बाद भी ठेकेदार द्वारा नाली का निर्माण नहीं किया जा रहा है। पक्की नाली नहीं बनने से जहां गदंगी जलभराव जैसी समस्या उत्पन्न हो रही है। वहीं वार्डवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को वार्ड पार्षद नरगिश शेख के नेतृत्व में वार्डवासियों ने जनसुनवाई में पहुंचकर अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया। साथ ही नाली का निर्माण किए जाने की मांग की।पार्षद नरगिश शेख सहित वार्डवासियों ने बताया कि सीएम स्ट्रक्चर फंड से नाली निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है। ठेकेदार निर्माण कार्य नहीं करवा रहा है। जबकि वार्ड में बनने वाली एक कॉलोनी में सडक़ नाली का निर्माण हो रहा है। नाली का निर्माण नहीं होने से वार्ड में गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है। जिसके कारण वार्डवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले की अनेक बार शिकायत भी कर दी गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बैहर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम टाटीघाट निवासी ४२ वर्षीय अधेड़ की जहरीली वस्तु के सेवन से उपचार दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। जिसकी तहरीर अस्पताल पुलिस चौकी को मिलने पर पुलिस ने मृतक संतोष पिता कमल सिंह उइके का शव बरामद कर पंचनामा व पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। मामला संबंध में अस्पताल चौकी पुलिस से मिली जानकारी अनुसार संतोष ने मानसिक तनाव के चलते जहरीली वस्तु का सेवन कर लिया था। जिसकी हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। संतोष की सोमवार की शाम ईलाज दौरान मौत हो गई थी। मृतक का मंगलवार की सुबह पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस शून्य पर मर्ग कायम कर डायरी जांच के लिये संबंधित थाना को भेजी जाएंगी। कार्यक्रम का आयोजन ग्राम खैरी और जिला मुख्यालय के गायखुरी में किया गया। इस अवसर पर समाज के लोगों ने भगवान की पूजा अर्चना कर आरती उतारी। ग्राम खैरी की समिति द्वारा अगली जंयती तक भगवान सहस्त्राबाहु का मंदिर निर्माण करने का संकल्प लिया है।डहरवाल कलार समाज जिलाध्यक्ष राजेन्द्र साकरे ने कहा कि जिले के 156 गांव में डहरवाल कलार समाज निवासरत है। इस वर्ष कलार समाज के सभी वर्गों द्वारा एक साथ 28 अक्टूबर को करीब 200 से अधिक गांवों में जयंती समारोह का आयोजन किया। गायखुरी में भी भगवान सहस्त्रबाहु मंदिर में जयंती मनाई गई। मनरेगा वाइस प्रोजेक्ट क्रियान्वयन कार्यक्रम के अंतर्गत महिला श्रमिकों के क्षमतावर्धन हेतु पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर ज्ञान साझेदार के सहयोग से प्रधान संस्था द्वारा शासन के निर्देश पर जनपद पंचायत लालबर्रा की कुछ पंचायतों की महिला मेटों के लिए जनपद पंचायत लालबर्रा में 29 अक्टूबर से दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। शेष पंचायतों की महिला मेटों को इस प्रशिक्षण से दूर रखे जाने के कारण उनमें नाराजगी है।सोमवार को मनरेगा मेट संघ के बैनर तले आधा सैकड़ा से अधिक महिला मेटों ने जनपद पंचायत लालबर्रा कार्यालय पहुंचकर मनरेगा एपीओ रूपेश इवने को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की है कि जिन 36 मेटों को 29 अक्टूबर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित किया जाए और सभी महिला मेटों को एक साथ प्रशिक्षण दिया जाए। महिला मेटों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वे 29 अक्टूबर से शुरू हो रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगी।