सेंसेक्स 500 अंक ऊपर निफ्टी में 150 अंकों की तेजी हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 500 अंकों की बढ़त के साथ 83100 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 150 अंक उछलकर 25460 पर पहुंच गया है। सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयर हरे निशान में हैं। एक्सिस बैंक कोटक बैंक और जोमैटो में 3% तक तेजी दर्ज की गई। वहीं इंफोसिस टाटा स्टील और टेक महिंद्रा में मामूली गिरावट रही। निफ्टी के 50 में से 40 शेयरों में तेजी है। बैंकिंग ऑटो रियल्टी और कंज्यूमर सेक्टर में खरीदारी देखी जा रही है। 2. फेस्टिव सीजन में कार खरीदने से पहले करें PDI जांच दिवाली से पहले कार कंपनियों ने डिस्काउंट ऑफर बढ़ा दिए हैं और GST की नई दरों के कारण कीमतें 4 साल पुराने स्तर पर लौट आई हैं। ऐसे में कार खरीदने से पहले ग्राहकों को प्री डिलीवरी इंस्पेक्शन (PDI) करना जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार 7 चरणों में की जाने वाली यह जांच यह सुनिश्चित करती है कि डीलर किसी तरह की डिफेक्टेड गाड़ी न सौंपे। कार की बाहरी बॉडी इंजन ब्रेक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और डॉक्युमेंट्स की जांच इस प्रक्रिया में शामिल है। 3. सेंट्रल एजेंसियों के 12 लाख कर्मचारी Zoho Mail पर शिफ्ट साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसियों ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा Zoho Mail से जुड़ने के 7 दिन बाद अब 12 लाख से अधिक कर्मचारी भी इसी प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट हो गए हैं। जोहो एक भारतीय मल्टीनेशनल टेक कंपनी है जिसकी स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बु और टोनी थॉमस ने की थी। कंपनी 160 देशों में 80 से अधिक क्लाउड-आधारित सेवाएं दे रही है। 4. सोना ₹562 महंगा चांदी ₹4100 सस्ती त्योहारी सीजन में सोने के दाम नए रिकॉर्ड पर पहुंच गए हैं। 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹562 बढ़कर ₹126714 के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया है। वहीं चांदी ₹4100 घटकर ₹174000 प्रति किलो पर आ गई है। इस महीने सोना करीब ₹10000 और चांदी ₹34000 तक महंगी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि फेस्टिव डिमांड इंडस्ट्रियल जरूरतों और ग्लोबल सप्लाई में कमी के कारण दामों में तेजी बनी हुई है। 5. चीन ने WTO में भारत के खिलाफ दर्ज की शिकायत भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर दी जा रही सब्सिडी से नाराज चीन ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज कराई है। चीन का आरोप है कि भारत की नीतियों से उसकी कंपनियों को नुकसान हो रहा है क्योंकि घरेलू निर्माताओं को अनुचित लाभ मिल रहा है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि वह अपने उद्योगों के हितों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएगा।