जहरीले कफ सिरप बनाने वाला रंगनाथन 10 दिन की पुलिस रिमांड पर परासिया के वकीलों ने रंगनाथन की पैरवी से किया इंकार सालों से नहीं हुई नालों की सफाई भाजपा पार्षदों ने खोला मोर्चा आईएमए एसोसिएशन कर रहा डॉक्टर की रिहाई की माँग एनएसयूआई ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन जहरीले कफ सिरप से हुई 21 बच्चों की मौत के मुख्य आरोपी रंगनाथन गोविंदन को शनिवार देर शाम परासिया कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान अदालत परिसर में तनावपूर्ण माहौल देखने को मिला। पेशी के दौरान कुछ लोगो का आक्रोश साफ नजर आया लेकिन पुलिस ने मौके पर स्थिति संभाल ली।आरोपी गोविंदन को प्रथम श्रेणी न्यायाधीश शैलेंद्र उइके की अदालत में पेश किया गया जहां कोर्ट ने 10 दिन की रिमांड पर सौंपने का आदेश दिया। इससे पहले सुबह करीब 11 बजे SIT की विशेष टीम रंगनाथन को परासिया लेकर पहुंची थी जहां उसे पुलिस कस्टडी में रखा गया था। जिले के परासिया में जहरीले कफ सिरप से हुई 25 मासूमों की मौत के मामले ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया है। इसी मामले में गिरफ्तार श्रीसन फार्मा कंपनी के मालिक रंगनाथन को जब परासिया कोर्ट में पेश किया गया तो अधिवक्ता संघ ने बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की कि कोई भी वकील उसकी पैरवी नहीं करेगा। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्याम कुमार साहू ने कहा कि जब एक कंपनी की लापरवाही से निर्दोष बच्चों की जान गई है तो ऐसे आरोपी का बचाव करना नैतिक रूप से गलत है। यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया और सभी अधिवक्ताओं को इसकी सूचना दी गई है। भाजपा का पार्षद दल शुक्रवार दोपहर निगम आयुक्त के समक्ष पहुंचा। जहां उन्होंने शहर में नाला गैंग के नाम पर चल रहे खेल से अवगत कराया। वहीं वार्डों में नियमित सफाई ना होने पर आयुक्त के समक्ष नाराजगी व्यक्त की। पार्षद भरत घई ने आयुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक साल से शहर में नाला गैंग काम कर रही है। लेकिन नालों की स्थिति अब भी जैसी की तैसी बनी हुई है। नालों में अब भी गंदगी भरी पड़ी है। जिसकी वजह से नाले ओवरफ्लो होकर बह रहे है। जिसकी वजह से वार्डों में गंदगी फैल रही है। उन्होंने बताया है कि साल भर से नियमित नाला गैंग का भुगतान हो रहा है लेकिन यह गैंग केवल कागजों में ही दिखाई दे रही है। वास्तविकता में यह गैंग केवल पैसे निकालने के लिए बनाई गई है कार्य के लिए नहीं। कोयलांचल में डॉक्टर द्वारा खिले जाने वाले जहरीले कफ सिरफ से हुई २५ बच्चों की मौत के मामले में आईएमए दवा लिखने वाले डॉक्टर का समर्थन कर रहा है। आईएमए ने अनिश्चितकालीन हड़ताल से समाप्त कर दी है लेकिन एसोसिएशन की संकेतिक हड़ताल जारी है। शुक्रवार को भी डॉक्टरों द्वारा काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। आईएमए के सदस्यों ने शुक्रवार को एक साथ होकर सरकार से डॉक्टर की रिहाई की मांग की है। परासिया में जानलेवा कफ सिरप से बच्चों की मौत को लेकर एनएसयूआई ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। एनएसयूआई ने दोषियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज करने और मृतक बच्चों के परिजनों को 50-50 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की। एनएसयूआई के युवा नेताओं ने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार विभाग के जिम्मेदार अफसर कर्मचारी संबंधित विभाग के मंत्री भी जिम्मेदार हैं। उन्होंने औषधीय नियंत्रक विभाग के अधिकारी और केन्द्र एवं राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की। महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल में एआई लिटरेसी मिशन और पुस्तक यात्रा का आगमन शुक्रवार को हुआ। विषय विशेषज्ञों ने स्कूली छात्राओं को एआई के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही कौशल विकास यात्रा के प्रदेश समन्वयक निशांत श्रीवास्तव ने नई शिक्षा नीति के साथ कौशल विकास के माध्यम से रोजगार एवं स्वरोजगार के बारे में बताया। निबंध प्रतियोगिता एवं ड्राइंग प्रतियोगिता के विजेता छात्राओं को अतिथियों के माध्यम से पुरुस्कृत किया गया। प्रशासन के आश्वासन के बाद समाप्त हुई हड़ताल खाद्य एवं औषधि विभाग द्वारा दवा दुकानों पर की जा रही अनुचित कार्यवाही के खिलाफ जिला औषधि विक्रेता संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। बुधवार रात १२ बजे से विक्रेताओं ने हड़ताल शुरू कर दी थी। गुरूवार को सुबह से ही दुकाने बंद रहने की वजह से कई मरीजों को दवाएं ना मिलने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि गुरूवार रात ही जिला प्रशासन ने दवा विक्रेता संघ से चर्चा कर दुकानों पर अनुचित कार्यवाही ना करते हुए नियमानुसार कार्यवाहीं करने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद दवा विक्रेताओं ने सर्वसहमति से एकमत होकर हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया। जिसके बाद शुक्रवार को सुबह से ही रोजाना की तरह दवा दुकाने खुली रही। जहरीले सिरप कांड में दोषियों पर दर्ज हो हत्या का केस छिंदवाड़ा के कोयलांचल में जहरीले कफ सिरप से मासूमों की मौत के बाद राजपूत करणी सेना ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। करणी सेना ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम बताया और इसे मानवता पर कलंक कहा। संगठन ने मांग की है कि 21 बच्चों की असमय मौत के जिम्मेदार सभी दोषियों पर जघन्य हत्या का मामला दर्ज किया जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका की भी निष्पक्ष जांच की जाए। तीन साल से फरार वारंटी गिरफ्तार छिंदवाड़ा पुलिस की विशेष टीम ने तीन साल से फरार स्थायी वारंटी कन्हैया चंद्रवंशी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक अजय पांडे के निर्देशन में गठित टीम ने मुखबिर की सूचना पर उमरिया सोमजी से दबिश देकर आरोपी को पकड़ा। यह आरोपी थाना कोतवाली क्षेत्र के एक पुराने प्रकरण में वांछित था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। इस कार्रवाई में एसआई चेतन मर्सकोले और साइबर सेल की टीम की अहम भूमिका रही।