भीम आर्मी ने अधिवक्ता अनिल मिश्रा का फूंका पुतला पति की लंबी आयु के लिए सुहागनें रखेंगी व्रत करवाचौथ आज पत्रकारों से एक्टरों ने चर्चा के दौरान सुनाई दास्तां ग्वालियर के वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा द्वारा अपनी मनुवादी सोच के साथ कट्टरपंती विचार रखते हुये संविधान निर्माता बाबा साहब को अंग्रेजो का एजेन्ट व उनके खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर अपमानित किये जाने पर भीम आर्मी संगठन द्वारा गुरूवार को स्थानीय आम्बेडकर चौक में एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान जमकर नारेबाजी कर वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा का पुतला जलाकर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही किये जाने मांग की गई। वहीं मुख्य न्यायाधीश बी.आर गवई पर वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश किशोर द्वारा न्यायालय में कार्यवाही के दौरान जूता उतारकर जान से मारने व अपमानित करने का प्रयास किया गया। जो उनकी मनुवादी व गंदी सोच को दर्शाता है। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति से ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि अधिवक्ता अनिल मिश्रा व राकेश किशोर के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो भीम आर्मी पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी। भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में १५ अक्टूबर को प्रदेश ही नहीं देश से १० लाख जूता एकत्रित कर अधिवक्ता अनिल मिश्रा के घर जूता फेंककर आएंगे। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर वर्ष सुहागनों द्वारा करवाचौथ का व्रत किया जाता है। इस वर्ष करवाचौथ १० अक्टूबर शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस व्रत को लेकर नई नवेली दुल्हनों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। करवा चौथ का व्रत सुहागनों द्वारा पति की लंबी आयु की कामना को लेकर निर्जला रहकर किया जाता है। चांद का दीदार कर पति का चेहरा चांद की रोशनी में चलनी में देखकर पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत खोला जाता है। करवाचौथ को लेकर गुरूवार को बाजार में जगह-जगह पूजन सामग्री व करवा की दुकानें सजी रही। जिससे पूजन सामग्री खरीदने बाजारों में महिलाओं की भीड़ रही और महिलाओं ने पूजा सामग्री के अलावा साज श्रंगार की सामग्री की खरीदी की गई। जिससे दोपहर से देर शाम तक बाजार गुलजार रहा। नव दुर्गा उत्सव समिति सिविल क्लब वारासिवनी के द्वारा ८ अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के अवसर पर आकेस्ट्रा का आयोजन किया। इस दौरान लक्की कूपन उपहार योजना का ड्रा भी किया गया। आर्केस्ट्रा में फिल्म अभिनेता चंकी पांडे वार २ फिल्म के गायक साज भट्ट इंडियन आइडल की विजेता दीक्षा टूर एवं अन्य गायक कलाकार शामिल हुये। कार्यक्रम से पूर्व बालाघाट प्रवास के दौरान अभिनेता चंकी पांडे गायक साज भट्ट व दीक्षा टूर ने गोंदिया रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से चर्चा करते हुये अपने कैरियर के बारे में बताया। इस दौरान फिल्म अभिनेता चंकी पांडे ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि वे डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन एक्टर बन गये। उन्होंने बताया कि मुझे फिल्म इंडस्ट्री में आने का मौका किशोर कुमार के कारण मिला। नगर मुख्यालय के बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग स्थित बोट्टा हुड़की में अवैध शराब विक्रय पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बुधवार को नशा मुक्ति समिति की महिलाओं ने चक्काजाम कर कड़ा विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं का आक्रोश तब भड़क उठा जब शराब बेच रहे एक व्यक्ति ने उन्हें समझाने पहुंची महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और एक महिला के साथ मारपीट की। विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुनिल चतुर्वेदी तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित महिलाओं को समझाते हुए वैधानिक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। शुरुआत में महिलाएं अपनी मांग पर अड़ी रहीं लेकिन थाना प्रभारी के सख्त कार्यवाही के आश्वासन के बाद उनका गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने चक्काजाम समाप्त कर दिया। बैहर विधानसभा के बिरसा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत भण्डारपुर के ग्रामीणों ने सरपंच व सचिव पर मनमानी करने व 5 वें वित्त आयोग की राशि का फर्जी बिल भुगतान करने का आरोप लगाते हुये गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सरपंच व सचिव द्वारा फर्जी तरीके से बिल लगाकर 5 वां वित्त आयोग की राशि का आहरण कर गबन किया गया है। इसमें उनके द्वारा कोई प्रस्ताव न उप सरपंच व पंचों की सहमति से नहीं लिया गया है न ही कोई एएस/टीएस लिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की शीघ्र जांच नहीं की गई तो पंचायत में हमें ताला लगाने बाध्य होना पड़ेगा। जनसंघर्ष मोर्चा के बेनर तले जिले के आदिवासियों ने 8 अक्टूबर को घेरा डालो डेरा डालो प्रदर्शन कर जनसुनवाई की थी। वहीं दूसरे दिन 9 अक्टूबर को प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद किया। लेकिन इस संवाद में भी उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा के लिए समय मांगा है।जनसंघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी विवेक पवार का कहना है कि शासन-प्रशासन वन भूमि से बैगा आदिवासियों को बेदखल करना चाहता है जो कि न्याय संगत नहीं है। उनका संघर्ष जारी रहेगा। प्रशासन से गुरुवार को संवाद किया गया है। इस संवाद के माध्यम से उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो आगामी समय में अब उग्र आंदोलन किया जाएगा। यह आंदोलन कमिश्नर कार्यालय के सामने होगा।