जान जोखिम में डालकर कर नदी पार कर स्कूल पहुंच रहे बच्चे छोटी बाघ नदी से बहेला थाना पुलिस ने बरामद किया मानव कंकाल पुलिस की पहल रू नक्सल प्रभावित ग्राम के युवाओं को रोजगार से जोडऩे का प्रयास परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मधुृ भगत के कार्यकाल में क्षेत्र के कई वन ग्राम आज भी अपनी दुृर्दशा पर आंसु बहा रहे है और वहां पर रहने वाले आदिवासियो को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। यही नही स्कुृली बच्चो को पढऩे मे लिए दुसरे गांव नदी पार करके जाना पड़ रहा है। इसी तरह का मामला टीकरिया गांव का सामने आया है जहां से स्कुृली बच्चे दूसरे गांव दुरेन्दा में संचालित होने वाली स्कूल में पढाई के लिये जाना पड़ता है जो सभी बच्चो को नेहरा नदी के खराडीघाट से गुजरकर जाना पढता है लेकिन रास्ते में पडने वाली नदी के बहते हुये पानी में से स्कूल जाने के लिये उन्हें जदोजहद करनी पड़ती है। जिससे सोचने के लिये मजबूर होना पड़ता है की बच्चे पढाई के लिये अपनी जान को जोखिम में डालने से भी डरते नही। इतना ही स्कूल जाते समय बच्चों की ड्रेस भीग ना जाये किताब गिली ना हो जाये इसके लिये बच्चे पहले यूनिफार्म उतारकर बैग में रख देते है बैग को नदी के किनारे छोड देते है और फिर कंधे पर साइकिल उठाकर गहरे पानी में से नदी पार करते है। इसके बाद दुबारा लौटकर बैग और किताबे लेकर दुसरी बार नदी पार करते है लांजी क्षेत्र के बहेला थाना पुलिस ने छोटी बाघ नदी से एक मानव कंकाल बरामद किया है। हालांकि कंकाल कितने दिन पुराना है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।बहेला थाना पुलिस के अनुसार कटंगी क्षेत्र के जंगल में स्थित छोटी बाघ नदी में कंकाल होने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कंकाल को बरामद कर लिया है। जिले के नक्सल प्रभावित ग्राम के युवाओं को रोजगार से जोडकऱ आत्मनिर्भर बनाने के लिए पुलिस ने अभिवन पहल की है। एसपी आदित्य मिश्रा के निर्देश पर एकल सुविधा केंद्र के माध्यम से पुलिस ने तीन दिवसीय रोजगार मेला 36 वीं बटालियन कनकी मुख्यालय में आयोजित किया। इस रोजगार मेले में 8 सैकड़ा से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया। मेले में बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने साक्षत्कार के माध्यम से युवाओं का चयन किया। गुरुवार को रोजगार मेले में शामिल हुए युवाओं ने अपने-अपने अनुभव साझा किए।एसपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि यह आयोजन केवल नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं के लिए था। तीन दिवसीय रोजगार मेले में 8 सौ से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया। वनाधिकार अधिनियम के अनुसार लंबित व्यक्तिगत दावा व सामुदायिक दावों का निराकरण शीघ्र किये जाने की मांग को लेकर गुरूवार को एकता परिषद के तत्वाधान में बैहर ब्लॉक के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि १३ दिसम्बर २००५ के पूर्व जो व तीन पीढ़ी से वन भूमि पर काबिज है उन लोगों को जो आदिवासी हो या गैर आदिवासी को व्यक्तिगत दावा व सामुदायिक दावा का निराकरण कर वनाधिकार पट्टा प्रदान किया जाए। लामता तहसील के थाना लामता मे दिनांक 4सितंबर को सुरेन्द्र पंचेश्वर एवं दो अन्य लोग के साथ मरारी मोहल्ला की गली से गुजर रहे थे उसी समय गली मे बधे पट के बैल को देख रहे थेउसी समय बैल मालिक रमेश सोनेकर अपने घर से निकल कर अश्लील गाली गलोच कर कालर पकडकर झिना झपटी करते हुये मारपीट किया एवं जाति सूचक शब्द से अपमानित किया और मेरे बैल को नज़र लगाते हो एवं तंत्र मंत्र करते हो बोला गया जिसके बाद सुरेन्द्र पंचेश्वर द्वारा लामता थाना पहुंचकर एफ आई आर दर्ज किया गयाउसके बाद से एफ आई आर वापस लेने के लिए रमेश सोनेकर द्वारा दबाव बना रहा हैँ मेरे द्वारा सूचना अपने मरार माली समाज को दिया जिसपर लामता मरार माली समाज के दर्जनों लोग थाना लामता पहुंचकर थाना निरीक्षक श्री नितिन पटले से रमेश सोनेकर के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की मांग करते हुये ज्ञापन सौपा गया बालाघाट जिले मे वन्य प्राणियों के सुरक्षा के लिए वन विभाग के वन संरक्षक बालाघाट वनमण्डलाधिकारी उत्तर सामान्य वन मंडल बालाघाट के निर्देशन पर उत्तर सामान्य वन परिक्षेत्र लामता के अंतर्गत नगरवाड़ा सर्किल के मोहगांव मे कार्यक्रम आयोजित किया गया परिक्षेत्र अधिकारी अधिकारी देवेंद्र रंगारे द्वारा घने जंगलो के बीच बसे मोहगांव मे नुक्कड नाटक चौपाल एवं बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रचार प्रसार कर ग्रामीणों को हिंसक प्राणी से आत्मरक्षा करने एवं वन्यप्राणियों के संरक्षण के विषय पर नाटकीय मंच के द्वारा जागरूक करने की पहल किया गया हैँ आज नगरवाड़ा सर्किल के मोहगांव पंचायत मे कार्यक्रम के शुरुआत मे स्कूली बच्चे ग्रामीणजन वन विभाग के कर्मचारी एवं सुरक्षा श्रमिकों द्वारा रैली निकालकर ग्रामीणों को जागरूक करने की पहल की शहर के वार्ड नंबर १४ समता भवन बूढ़ी के रहवासी क्षेत्र में रात्रि करीब १ बजे घर के बेडरूम में अजगर सांप को देख घर में मौजूद महिला व उसके बच्चे दहशत में आ गये। जिसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई। लेकिन काफी समय तक वनकर्मी नहीं पहुंचने पर डायल ११२ वाहन को सूचना दी गई। जिससे डायल ११२ ने भी पहुंचकर वनकर्मी को फोन किया लेकिन उनके नहीं पहुंचने पर हिम्मत जुटाकर डायल ११२ के पुलिसकर्मी ने अजगर सांप को बोरी में लपेटकर समीपस्थ लगे जंगल क्षेत्र डेंजर रोड में सुरक्षित छोड़ दिया। सांप की लंबाई करीब ५ फीट थी। जिसके घर से बाहर निकाले जाने पर परिवार व पड़ोसी शांति से सो पाये। बता दें कि इस दौरान महिला अपने घर में अपने बच्चे के साथ थी व उसके पति काम से बाहर गये हुये थे। सांप को अचानक बेडरूम में देख महिला डर गई थी और इसकी सूचना पड़ोसी को दी। जिससे पड़ोस के लोग पहुंचे और इस बात की जानकारी वन विभाग व पुलिस को दी गई।