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राज्य
08-Sep-2025

बीते रविवार को नगर निगम देहरादून के अंतर्गत आर्केडिया 1 वार्ड 93 स्थित पुरानी लाईन में चाय बागान बचाओ संघर्ष समिति ने छोटेलाल प्रधान की अध्यक्षता में चाय बागान स्थित पुरानी लाईन निवासियों के मालिकाना अधिकार देने और डी.टी.सी. चाय कम्पनी द्वारा किये जा रहे असंवैधानिक रूप से प्रताड़ना जैसे विषयों पर बैठक का आयोजित की जिसमें विधान सभा सहसपुर के विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर भी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर ने चाय बागान वासियों की हर समस्या में साथ खडे रहेन का आश्वासन दिया. उन्होंने इस क्षेत्र में रहने वाले परिवारों की समस्याओं को विधानसभा में उठाने और सरकार तक पहुं‌चाने का अश्वासन दिया. उत्तराखंड में भूकंप और भूस्खलन को लेकर आईआईटी रुड़की ने पहली बार जिला-वार अध्ययन जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक रुद्रप्रयाग को सबसे संवेदनशील ज़िला बताया गया है। वहीं पिथौरागढ़ चमोली और उत्तरकाशी में भी भूस्खलन की आशंका बेहद अधिक है। हिमालयी भूगोल और भारी बारिश की वजह से इन इलाकों में पहले भी कई बार आपदा का खतरा बढ़ चुका है। इसी बीच सरकार ने सभी एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि आपदा की स्थिति में प्रभावितों की हर संभव मदद की जाएगी। उत्तराखंड में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के लिए केंद्र सरकार की टीम देहरादून पहुँच गई है टीम ने सबसे पहले आपदा से हुए नुक़सान को लेकर आपदा प्रबन्धन सचिव व संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ख़ास बैठक कर जानकारी ली l उत्तराखंड में मानसून सीजन के दौरान उत्तरकाशी चमोली पौड़ी रुद्रप्रयाग बागेश्वर नैनीताल जिलों में काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार की ओर से नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए केंद्र सरकार से आपदा मद की मांग की गई है। प्रदेश सरकार ने प्राथमिक स्तर पर नुकसान का आकलन कर केंद्र सरकार को भेज दिया था l अब केंद्र की टीम प्रदेश के इन सभी जिलों का दौरा करेगी। केंद्र की ओर से आई टीम दो ग्रुपों में विभिन्न जिलों का दौरा करेगी और अधिकारियों के साथ बैठक कर नुकसान का आकलन करेगी। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को मज़बूत करने के लिए साथ ही प्रदेश की अर्थ व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए रोप वे का निर्माण जल्द ही प्रदेश में कर दिया जाएगा। वहीं इस विषय पर बात करते हुए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि जल्द ही केदारनाथ और गोविंद घाट हेमकुंड साहिब रोपवे को का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इसके निर्माण से उत्तराखंड कि के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा साथ ही यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा इसके लिए भी मुख्यमंत्री के साथ हमारे विभाग का MOU साइन हो चुके हैं। प्रदेश में अन्य जगह भी रोप वे का कार्य किया जाएगा। उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा को फिर से दोबारा खोल दिया गया है। 2 सितंबर को केदारनाथ और 4 सितंबर को बद्रीनाथ की यात्रा खोल दी गई है। आपको बता दे भारी बरसात के कारण यात्रा को रोक दिया गया था लेकिन फिलहाल के लिए दो धर्मों की यात्रा का संचालन फिर से कर दिया गया है। बद्रीनाथ केदारनाथ समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा चार धाम यात्रा को फिर से सुचारु कर दिया गया है। लगभग बद्रीनाथ केदारनाथ में बीते कल शाम तक 27 लाख 70000 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।15 सितंबर से चार धाम के लिए हेली सेवा की शुरुआत भी कर दी जाएगी। चार धाम रूटों पर जहां सड़के टूटी है वहां पर उनका निर्माण निर्माण सरकार के द्वारा किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग और सरकार लगातार चार धाम यात्रा पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। पंजाब में आई भयानक बाढ़ की विभीषिका और प्रकृति की कठोर चुनौतियों के बीच भी सिख श्रद्धालुओं की अटूट आस्था और विश्वास की मिसाल देखने को मिल रही है। श्री हेमकुंट साहिब जो हिमालय की ऊंची चोटियों पर स्थित एक पवित्र तीर्थस्थल है इन दिनों बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों से गुलजार है। ये श्रद्धालु अपनी जान जोखिम में डालकर कठिन रास्तों और प्रतिकूल मौसम को पार करते हुए परमात्मा के दर्शन के लिए यहां पहुंच रहे हैं। यह दृश्य न केवल आस्था की ताकत को दर्शाता है बल्कि सिख धर्म की मूल भावना ‘चढ़दी कला’ को भी जीवंत रूप प्रदान करता है जहां हर विपत्ति में भी उत्साह और सकारात्मकता बनी रहती है इस वर्ष पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने लाखों लोगों की जिंदगियां प्रभावित की हैं। घर-बार उजड़ गए सड़कें बह गईं और जीवन की मूलभूत सुविधाएं छिन गईं। फिर भी इन कठिनाइयों के बीच श्रद्धालु अपनी यात्रा को रोकने के बजाय और अधिक दृढ़ संकल्प के साथ श्री हेमकुंट साहिब की ओर कूच कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में हजारों की संख्या में तीर्थयात्री यहां पहुंचे हैं जो दर्शाता है कि आस्था की लौ किसी भी तूफान से नहीं बुझ सकती। उत्तराखंड में करोड़ों का घोटाला कर चुकी LUCC में अपनी गाढ़ी कमाई गंवा चुके लोग अब सड़कों पर उतरने को मजबूर हो चुके हैं जिसके बाद दीनदयाल उपाध्याय पार्क में धरने पर बैठे लोगों को भारी पुलिस बल ने वहां से हटाते हुए एकता विहार धरना स्थल पर छोड़ा। LUCC घोटाले पर कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सब सरकार के संरक्षण में हुआ है जिसमें गरीब मध्यम वर्ग के लोगों का पैसा डूबा हुआ है और सरकार को चाहिए कि दोषियों को न सिर्फ सजा दे बल्कि गरीबों का पैसा भी उन्हें लौटाए।