गढ़ी थाना पुलिस ने अंधे हत्याकांड का खुलासा किया वन विभाग में फर्जी हाजिरी घोटाले पर जांच अधूरी शिकायतकर्ता फिर असंतुष्ट अन्नदाताओं ने बैलों को सजाकर की पूजा अर्चना मनाया पोलापाटन गढ़ी थाना पुलिस ने एक अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में सुनील धुर्वे उसका भाई राजकुमार धुर्वे और दोस्त सुनील कुशरिया शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए। जानकारी के मुताबिक हाल ही में सुनील और राजकुमार ने ट्रैक्टर खरीदा था और किश्त चुकाने के लिए पैसों की तंगी झेल रहे थे। उन्होंने कई बार अपनी दादी गौथरीन बाई से रुपए मांगे लेकिन इनकार मिलने पर 8 अगस्त की रात कुल्हाड़ी से उनकी हत्या कर दी। अगले दिन सुनील ने दादी के लापता होने की शिकायत कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। तकनीकी साक्ष्यों और गवाहों की मदद से पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। उत्तर सामान्य वन मंडल बालाघाट के अंतर्गत लामता परिक्षेत्र में वर्ष 2024-25 में मैरा से सावरझोड़ी वन मार्ग की मरम्मत कार्य के नाम पर फर्जी हाजिरी भरकर राशि आहरण किए जाने की शिकायत पर वन संरक्षक ने तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया था। दल में उपवनमंडलाधिकारी कटंगी श्री सिरसाम गणेश कुमार उइके और धर्मेन्द्र बिसेन को शामिल किया गया था शिकायतकर्ता का आरोप है कि जांच दल ने सिर्फ लामता रेस्ट हाउस में बैठकर खानापूर्ति की और बिना शिकायतकर्ता की उपस्थिति के जांच रिपोर्ट तैयार कर वन संरक्षक को भेज दी। असंतुष्ट शिकायतकर्ता की आपत्ति के बाद वन संरक्षक ने पुनः प्रत्यक्ष जांच के आदेश दिए लेकिन अब तक आदेश का पालन नहीं हुआ शिकायत में स्पष्ट कहा गया है कि मार्ग का मरम्मत कार्य हुआ ही नहीं और फर्जी मजदूरों के नाम पर राशि निकाली गई। आरोप है कि बीट प्रभारी और बाउचर बनाने वाले अलग-अलग व्यक्ति हैं फिर भी जांच दल भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने में जुटा है। शहर मुख्यालय और पूरे जिले में परंपरागत रूप से किसानों व उनके मेहनती साथी बैलों की पूजा का पर्व पोलापाटन 23 अगस्त को मनाया गया। शहरी क्षेत्र में वार्ड नंबर 33 गायखुरी दुर्गा चौक और वार्ड नंबर 31 सरेखा मैदान में उत्सव का आयोजन हुआ। किसान अपने बैलों को सुबह नहलाकर रंगों से सजाकर दूल्हे की तरह तैयार करते हुए शाम को पोला मैदान ले गए इस अवसर पर वार्ड पार्षद और प्रमुख नागरिकों ने बैलों की आरती उतारकर तिलक लगाया और उनका पूजन किया। पोला का पारंपरिक दोहा बोला गया और बैलजोड़ी की दौड़ भी आयोजित की गई। राकेश बघेल के निवास से आरती सजाकर ढोल-नगाड़ों के साथ बैलों को गांव में भ्रमण कर पोला मैदान तक लाया गया। उत्सव में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और हर्षोल्लास का माहौल रहा। पठार अंचल के ग्राम आंजनबिहरी में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के तत्वावधान में किसानों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में किसानों ने बिजली कटौती और वन्य प्राणियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने जैसी प्रमुख समस्याओं पर चर्चा की ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में अधिकांश किसान गन्ना और धान की खेती करते हैं लेकिन जंगली सुअर और बंदर गन्ने की फसल नष्ट कर देते हैं जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान होता है। वहीं बिजली की कमी के कारण खेतों में सिंचाई नहीं हो पाती और फसल उत्पादन प्रभावित होता है महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि वन्य प्राणियों द्वारा हुए नुकसान का किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा। बैठक में निर्णय लिया गया कि इन समस्याओं और मुआवजे की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। मनरेगा अभियंताओं ने वर्षों से लंबित अपनी ८ सूत्रीय मांगों को लेकर १६ अगस्त से सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल शुरू कर दी है। बावजूद इसके शासन-प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिला सरपंच संघ ने अभियंताओं का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी मांगें पूरी तरह जायज हैं संघ अध्यक्ष वैभव बिसेन ने बताया कि मनरेगा योजना सही ढंग से लागू नहीं हो रही है और इसमें कई विसंगतियां हैं। पिछले ५-६ महीनों से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है जिससे योजना संकट में है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि अभियंताओं की मांगों को शीघ्र पूरा किया जाए। हड़ताल के कारण पंचायत के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। इस दौरान अन्य पदाधिकारी और मनरेगा अभियंतागण मौजूद रहे। वारासिवनी थाना क्षेत्र के ग्राम कटंगटोला में एक ग्रामीण की तालाब में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान रामप्रसादके रूप में हुई है जानकारी के अनुसार 22 अगस्त को रामप्रसाद मछली मारने के लिए तालाब गया था लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी खोजबीन की परंतु कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वारासिवनी पुलिस और एसडीईआरएफ को सूचना दी गई अंधेरा होने की वजह से शुक्रवार को रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा सका। शनिवार सुबह करीब 6 बजे से सर्च अभियान शुरू किया गया। लगभग 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एसडीईआरएफ टीम ने तालाब से उसका शव बरामद किया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है।