राष्ट्रीय
भारत में मेक इन इंडिया और लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के तमाम प्रयासों के बावजूद चीनी उत्पादों की पकड़ अब भी मजबूत बनी हुई है। 2024-25 में चीन से भारत का कुल आयात $115 बिलियन से अधिक होने की संभावना है जबकि चीन को किया गया निर्यात महज $15 बिलियन रहेगा। यदि हांगकांग को भी इसमें शामिल किया जाए तो कुल आयात $135 बिलियन और निर्यात केवल $25 बिलियन तक पहुंच जाएगा। यह व्यापार असंतुलन भारत की चीनी उत्पादों पर बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है।