प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का कल 100वां एपिसोड है। इस कार्यक्रम का आयोजन देश के साथ-साथ प्रदेश में भी बीजेपी ने बृहद तरीके से मनाने का फैसला लिया है। सांसदों और मंत्रियों को भी अलग-अलग स्थानों पर मन की बात सुनने का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नैनीताल में मन की बात कार्यक्रम में रहेंगे जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट माणा गांव में मन की बात कार्यक्रम सुनेंगे। साथ ही राज्य के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के थितकी गाँव में खेत की सिंचाई के लिए पानी देने को लेकर हुए गोलीकांड में एक पक्ष ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए है। परिवार की महिलाओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि झगड़े के बाद से ही उनके परिवार के पुरुष घरों से गायब है जिनका कुछ अता पता नही है और पुलिस ने एक तरफा मुकदमा दर्ज कर उन्ही के लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि उनकी तहरीर तक नही ली गई। इस सम्बंध में उन्होंने पुलिस के आलाधिकारियों से भी निष्पक्ष जांच की मांग की है। पौड़ी जिले के रिखणीखाल और धुमाकोट क्षेत्र में बाघ की सक्रियता थमने का नाम नही ले रही है रिखणीखाल में बाघ अब मवेशियों को मारकर किस तरह से अपने शिकार को अपने साथ घसेटकर जंगल को ओर ले जा रहा है ये आप इस वीडियो में साफ देख सकते है बाघ की सक्रियता से ग्रामीणों में भय का माहौल कायम है वहीं पूर्व कैबिनेट व पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा की वे जब मंत्री पद पर थे तो उन्होंने पाखरो टाइगर सफारी प्रोजेक्ट को शुरू करवाने की कवायद की थी ताकि 106 हैक्टर के भीतर की बूढ़े हो चुके और मानवीय जीवन के लिए भयावह बन चुके बाघ पाखरों टाइगर सफारी प्रोजेक्ट में रहें लेकिन अब हाल ये है की कॉर्बेट टाइगर नेशनल पार्क का जो हिस्सा पौड़ी जिले में है उसका आर्थिक दृष्टि से तो कोई फायदा यहां की जनता को नही पहुंचा G-20 सम्मेलन को लेकर नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह तैयारियों में जुट गया है. जिसके चलते एयरपोर्ट के समीप नेशनल हाईवे पर वेक्यूम मशीन से स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर दी गई है बता दें कि उत्तराखंड में हो रहे जी-20 सम्मेलन को लेकर शहरी विकास मंत्रालय ने नगर पालिका डोईवाला मुनिकीरेती व ऋषिकेष नगर निगम को वैक्यूम मशीनें दी गयी है ताकि स्वछता अभियान को ओर भी तेजी से किया जा सके। मालरोड के सौदर्यीकरण के कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए जिलाधिकारी ने मालरोड को वाहनों के लिए बंद करने का निर्देश दिया जिसका स्थानीय नागरिकों ने जमकर विरोध किया और उसके बाद प्रशासन ने दुपहिया वाहनों को छूट दी जिलाधिकारी के आदेश पर मालरोड पर वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित करने के आदेश के बाद जब सुबह अभिभावक अपने बच्चों को लेकर स्कूल जाने लगे तो दोनों बैरियरों पर उनके वाहन और दपहिया वाहन नहीं जाने दिये गये जिसका आम जनता के कड़ा विरोध किया