एक्सपर्ट्स ने देश में तीसरी लहर के मंद पड़ने के साथ ही चौथी लहर (Corona Fourth Wave in India) की भविष्यवाणी की है. उनका कहना है कि कोरोना की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू हो सकती है, जिसका असर 24 अक्टूबर तक जारी रहने की संभावना है. हालांकि, चौथी लहर कितनी गंभीर होगी, इसका पता कोरोना के नए वेरिएंट के सामने आने के बाद ही चल पाएगा. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में कहा है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की चौथी लहर 22 जून के आसपास आ सकती है और अगस्त के मध्य से अंत तक, यह चरम पर पहुंच सकती है. हलाकि इस अध्ययन पर अभी निष्कर्ष आना बाकी है. शोधकर्ताओं ने सांख्किीय मॉडल के आधार पर यह अनुमान जताया है और इसके अनुसार संभावित चौथी लहर करीब चार माह चलेगी. अध्ययन के लेखकों के अनुसार,‘‘ आंकड़े दिखाते हैं कि भारत में संक्रमण की चौथी लहर प्रारंभिक आंकड़े उपलब्धता तिथि के 936 दिन बाद आएगी,जो कि 30 जनवरी 2020 है. उन्होंने लिखा,‘‘ इसलिए चौथी लहर 22 जून 2022 से शुरू होगी और 23 अगस्त 2022 तक चरम पर पहुंचेगी और फिर 24 अक्टूबर 2022 तक समाप्त हो जाएगी.