भोपाल - अपनी विवादित छबि के कारण सुर्ख़ियों में रहने वाले जबलपुर के आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त सत्यनारायण दुबे आखिरकार निलंबित हो गए है। सत्यनारायण दुबे को एमआरपी से अधिक मूल्य पर शराब बिकवाने का दोषी पाया गया है। दरअसल शासन ने एक समिति गठित कर जबलपुर में ठेकेदारों द्वारा एमआरपी से अधिक मूल्य पर शराब बेचने का परीक्षण कराया था। अधिकारीयों के दल ने परीक्षण के दौरान 30 जुलाई और 14 अगस्त को देशी और विदेशी दुकानों से शराब खरीदी। इस दौरान दुकानों पर एमआरपी से अधिक मूल्य पर शराब बेचीं गई। जाँच दल ने खरीदी के दौरान ऑडियो और वीडियो भी रिकार्ड किया गया। परीक्षण के दौरान पाया गया कि जबलपुर में एमआरपी से अधिक मूल्य पर शराब बेचीं जा रही है। सहायक आयुक्त सत्यनारायण दुबे को इस पुरे मामले में दोषी पाया गया। क्योकि दुबे का मनमाने दामों में बेचीं जा रही शारब पर कोई नियंत्रण नहीं था। दुबे और शराब ठेकेदारों की साठगाठ के चलते लोग महँगी शराब खरीदने को मजबूर थे। सरकार ने सत्यनारायण दुबे को दोषी मानते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। गौरतलब है की इससे पहले भी वरिष्ठ अधिकारी सत्यनारायण दुबे के कामकाज को लेकर शासन को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जता चुके है। EOW में भी सत्यनारायण दुबे के खिलाफ प्रकरण दर्ज हो चुका है।