हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस में एंट्री ने पार्टी में गहरा असंतोष फैला दिया है. अंदरूनी खलबली के साथ कुछ नेता मुखर होकर विरोध भी जताते रहे हैं. पहले मानक अग्रवाल और फिर पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने बाबूलाल को पार्टी में शामिल करने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सोशल मीडिया के ज़रिए नाराज़गी जता चुके अरुण यादव ने अब सीधे प्रेस रिलीज जारी कर पार्टी के बड़े नेताओं की खामोशी पर सवाल उठाए हैं. बाबूलाल के कांग्रेस में आते ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सबसे पहले महात्मा गांधी ‘बापू’ से क्षमा मांग ली थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था- बापू हम शर्मिंदा हैं... कमाल की बात यह है कि उन्होंने सोशल मीडिया के इस संदेश पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को तो टैग किया था, लेकिन कमलनाथ को टैग नहीं किया. इस मसले पर कमलनाथ की अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है. हालांकि अब अरुण यादव ने दूसरा ट्वीट किया है. इसमें उन्होंने सीधे-सीधे अपनी बात कही है. उन्होंने लिखा- महात्मा गांधी और गांधीजी की विचारधारा के हत्यारे के खिलाफ मैं खामोश नहीं बैठ सकता हूं.' अरुण यादव ने इसके साथ एक प्रेस रिलीज भी पोस्ट की है... जिसमें उन्होने कई सवाल उठाएं हैं....